दीपावली की रौनक न खत्म कर दे बिजली
बांदा, जागरण संवाददाता : धनतेरस से लेकर दीवाली तक सभी कोई अपने घर को दुल्हन की तहर सजाने की मंशा
बांदा, जागरण संवाददाता :
धनतेरस से लेकर दीवाली तक सभी कोई अपने घर को दुल्हन की तहर सजाने की मंशा रखता है। दीपावली के दो दिन पहले से ही लोग घरों की दीवारों पर झालर से लेकर रंग बिरंगी लाइटें लगाने में जुट जाते हैं। शाम होते ही यह रोशनी बता देती है कि दीवाली है। इस बार बिजली की अंधाधुंध कटौती इस रोशनी के त्यौहार को फीका कर सकती है। मंडल में छाया बिजली संकट मंशा पर पानी फेर सकता है। बिजली संकट के मद्देनजर यह बड़ा संकट हो गया है।
विगत कुछ माह से बुंदेलखंड में बिजली का हाल यह है कि लोगों को पेयजल का संकट दूर नही हो रहा है। ऐसी स्थित में फिर घर को झालर से सजा देना तो दिन में तारे देखने से कम नही होगा। यह बात और है कि विभाग सरकारी फाइलों में जिले को 20 से 22 घंटे सप्लाई देने का दवा सरकार से कर रहा हो पर हकीकत आप से दूर नही है। बिजली किल्लत के कारण शहर के दो दर्जन से ज्यादा मुहल्ले कई माह से पेयजल संकट को झेलते चले आ रहे हैं। इसके बाद कहीं सप्लाई भी थोड़ी बहुत मिल रही है तो लो बोल्टेज की समस्या के कारण पेयजल संकट हावी है। शाम होते ही बिजली उपभोक्ताओं के साथ लुका-छुपी का खेल खेलने लगती है और ऐसी स्थित में दीवाली में घर को रोशन करने का सपना कहां तक सही हो सकता है। इस बात का अंदाजा लगाना कोई आसान नही है। धनतेरस से लेकर दीवाली तक बिजली की आपूर्ति व्यवस्था कैसी क्या होगी इस पर अधिशाषी अभियंता लालजी प्रसाद चक्रभेदी बताते हैं कि जिले को आपूर्ति के मानक को देखते हुए कम बिजली मिल रही है। कोशिश यही रहेगी कि कटौती दिन में की जाए और शाम से रात भर उपभोक्ताओं को आपूर्ति दी जाए। यदि ऊपर से अघोषित कटौती के आदेश मिलते हैं तो मजबूरी होगी। हलांकि प्रयास यही चल रहा है कि शाम से रात भर बिजली कटौती न हो।