शिव अराधना को मंदिरों में उमड़े भक्त
बांदा, जागरण संवाददाता :
सावन के तीसरे सोमवार को मंदिरों में हर-हर महादेव के नारे गुंजायमान हुए। भक्तों ने दुग्धाभिषेक करके शिव का पूजन किया। भगवान से शांति की प्रार्थना की।
जनपद के प्रसिद्ध दुर्ग कालिंजर में भगवान नीलकंठ, शहर के बांबेश्वर व खप्टिहाकला के महाकालेश्वर, कमासिन के यमरेहीनाथ में तड़के से भी शिव भक्तों की भीड़ सैकड़ों की संख्या में उमड़ी। इसके अलावा अतर्रा के गौराबाबा व बदौसा के प्रचीन शिव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ देखने को मिली। शहर-कस्बों में दूर-दूर से भक्तों ने पहुंचकर शिवलिंग में गंगाजल, दूध, शहद, दही, घी से स्नान कराकर बेल पत्र व चंदन चढ़ाकर परिवार की सुख शांति के लिए मनोकामनाएं की। सहेवा के पं.कृष्णगोपाल द्विवेदी की माने तो सावन के सोमवार में विधिविधान से शिव पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती है। जिसके चलते भक्त बेल पत्र चढ़ाते हैं। श्रीसीतारामनाम संकीर्तन संयोजक भोले महाराज ने बताया कि सावन में यथासंभव शिव आराधना अवश्य करनी चाहिए। महामृत्युंजय शिव पूजा से विध्नबाधाएं दूर होती हैं। सायंकाल शिवलिंग को भक्तों ने सजाकर आकर्षक रूप प्रदान किया। वहीं आरती के लिए मंदिर में देर शाम तक भक्तिमय स्तुति गुंजायमान रहीं। इस मौके पर सभी मंदिरों में सुरक्षा के इंतजाम को लेकर पुलिस जवान भी तैनात रहे।