चुनाव पर पल-पल नजर रखेगा आयोग
बांदा, जागरण संवाददाता : अबकी बार लोकसभा चुनावों पर आयोग हर पल नजर रखेगा। चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए कर्मचारियों को मैसेज से लोकेशन देने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं इसके लिए सभी पीठासीन अधिकारियों को मैसेज करने की बारीकियां भी समझायी गई हैं। इतना ही नहीं मैसेज भी सामान्य भाषा में नहीं बल्कि कोडवर्ड में होंगे।
पं. जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय में चुनाव में लगे कर्मचारियों के द्वितीय प्रशिक्षण का तीसरे दिन एसएमएस सेवा से परिचय कराया गया। यह व्यवस्था पीठासीन अधिकारियों के लिए है जिसके तहत पीठासीन अधिकारी अपनी चार लोकेशन की जानकारी आयोग को मोबाइल के माध्यम से कोडवर्ड में देंगे। तीसरे दिन प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारी को एक नई सेवा से परिचय कराया गया। प्रशिक्षण हाल में प्रशिक्षण प्रभारी आरडी यादव ने पीठासीन अधिकारियों को बताया कि इस बार पीठासीन अधिकारियों को पोलिंग पार्टी रवाना होने के वक्त से चार-चार एसएमएस जिला निर्वाचन आयोग को करना होगा। पहले एसएमएस जब पोलिंग पार्टी मंडी से रवाना होगी तो दूसरा एसएमएस पोलिंग बूथ में पहुंचे करना होगा। इसके बाद 30 अप्रैल को मतदान समाप्त होने के बाद जब पोलिंग पार्टी बूथ छोड़कर निकलने से पहले तीसरा एसएमएस करना है और चौथा एसएमएस जब पोलिंग पार्टी पुन: मंडी स्थल पहुंचेगी तब करना होगा। यह सभी एसएमएस कोड वर्ड में होंगे। इसी के साथ एसएमएस लिखने का तरीका भी कर्मचारियों को बताया गया। पीठासीन अधिकारी अपने-अपने मोबाइल मैसेज के बाक्स में जाकर यूपीईटीआईसी स्पेस एलवन लिखना होगा जिसका मतलब पोलिंग पार्टी मंडी से निकल चुकी है। दूसरे एसएमएस में एलवन की जगह एवन लिखना होगा। जिसका मतलब होगा कि पार्टी पोलिंग बूथ में पहुंच गई है। इसके बाद तीसरे एसएमएस में यूपीईटीआईसी स्पेस एल-टू लिखना होगा जो यह संकेत देगा कि पार्टी पोलिंग बूथ से रवाना हो चुकी है। चौथे एसएमएस में एलटू की जगह एटू लिखना होगा जो बताएगा कि पार्टी अब मंडी स्थल सकुशल आ गई है। इस व्यवस्था के तहत सारे पीठासीन अधिकारियों के नंबर एनआईसी की वेबसाइड में फीड किए जा रहे हैं।
कर्मचारियों को मार्कपोल का मिला प्रशिक्षण
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प्रशिक्षण के द्वितीय चरण में कर्मचारियों को मार्कपोल का प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर कर्मचारियों को बताया कि कैसे ईवीएम मशीन में प्रत्याशियों के एजेंट को बताना है कि मशीन सही तरह से काम कर रही है। प्रशिक्षण ट्रेनरों ने बताया कि सबसे पहले एजेंटों के वोट डालेंगे। इसके बाद उनके वोट प्रत्यशी के चुनाव चिंह में संख्या के रूप में दिख रहा है या नहीं। यह भी बताया जाएगा। इस मौके पर डा. रोहित कुमार सिंह व अन्य लोग ट्रेनर मौजूद रहे।