सुलह समझौते से 3402 वादों का निस्तारण
बलरामपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी सुल
बलरामपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में आपसी सुलह समझौते से 3402 वादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर सचिव संजय कुमार ¨सह ने कहा कि त्वरित न्याय के लिए राष्ट्रीय लोक अदालत वैकल्पिक मंच है। यहां निस्तारण के बाद कोई विवाद नहीं रह जाता है। बताया कि अपर सत्र न्यायाधीश द्रुतगामी द्वितीय राम सुलीन ¨सह ने एक मोटर दुर्घटना प्रतिकर में छह लाख 40 हजार रुपये का प्रमाणपत्र निर्गत करने का आदेश दिया। साथ ही एक वैवाहिक वाद का भी निस्तारण हुआ। अपर सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार ¨सह ने दो मोटर दुर्घटना याचिका में नौ लाख 50 हजार रुपये प्रमाण पत्र निर्गत किया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय जमशेद अली ने भरण पोषण व वैवाहिक के 50 वादों का निस्तारण किया। मुख्यन्यायिक मजिस्ट्रेट ने फौजदारी के 815 वादों का निस्तारण एक लाख 27 हजार 650 रुपये के अर्थदंड पर किया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राहुल ¨सह ने फौजदारी के 34 मुकदमे का निपटारा 9800 रुपये जुर्माने पर किया। इसके अतिरिक्त 11 सिविल प्रकृतिक मुकदमे भी खत्म किए। सिविल जज प्रवर खंड द्रुतगामी रवि कुमार गुप्त ने फौजदारी के तीन मुकदमे निस्तारित करते हुए आठ सौ रुपये अर्थदंड लगाया। सिविल जज अवर खंड उतरौला शिवम कुमार ने फौजदारी के 181मुकदमे का निस्तारण बीस हजार दो सौ रुपये जुर्माना पर किया। इसके अतिरिक्त दीवानी प्रकृति के 41 मुकदमे एंव एक उत्तराधिकार का मुकदमा भी निस्तारित किया। सिविल जज अवर खंड आशीष कुमार पांडेय ने फौजदारी के 26 व दीवानी के 25 मुकदमे का निस्तारण करते हुए 450 रुपये अर्थदंड लगाया। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम स्वाति चंद्रा ने फौजदारी के 28 मुकदमों का निपटारा 15 हजार 550 रुपये अर्थदंड पर किया। तहसील से फौजदारी के 154, राजस्व के 30, बैंकों के 45 मामलों का निस्तारण किया है।