Move to Jagran APP

घूंघट की आड़ में भी खूब दबे ईवीएम के बटन

By Edited By: Published: Wed, 07 May 2014 10:19 PM (IST)Updated: Wed, 07 May 2014 10:19 PM (IST)
घूंघट की आड़ में भी खूब दबे ईवीएम के बटन

बलरामपुर : घूंघट की आड़ में..। हिंदी फिल्म का यह मशहूर गीत लोकतंत्र के इस महापर्व में बुधवार को कुछ अलग धुन में बजता दिखा। नई नवेली दुल्हनें घर की दहलीज से भले ही घूंघट में मतदान केंद्रों पर पहुंचीं, लेकिन इसकी आड़ में जब उन्होंने ईवीएम का बटन दबाया तो मानो उससे यह धुन निकल रही हो कि- जब तक न दबे आधी आबादी से बटन परिणाम अधूरा रहता है।

loksabha election banner

जी हां, 16वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में भले ही श्रावस्ती संसदीय क्षेत्र से इस बार कोई महिला उम्मीदवार मैदान में नहीं है, लेकिन आधी आबादी इसके बाद भी मतदान में किसी से पीछे नहीं है। खासकर नई नवेली दुल्हनों का उत्साह देखकर तो ऐसा लगा जैसे उनके मन में भी कुछ कर गुजरने की तमन्ना थी।

नगर के एमएलके महाविद्यालय के बूथ पर कई नई नवेली दुल्हनें पूरी तरह घूंघट में ही मतदान के लिए आई। आकांक्षा तिवारी के साथ आई तीन-चार महिलाएं एक साथ बूथ पर पहुंची और कतार में लग गई। उनके हाथ मतदाता पहचान पत्र के साथ मतदाता पर्ची भी थी। बूथ पर लगभग 45 मिनट कतार में लगने के बाद जब उनका नंबर आया तो आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद पहले स्याही लगवाई और फिर गोपनीय ढंग से रखे गए ईवीएम का बटन दबाकर लोकतंत्र में अपनी सहभागिता दर्ज कराई। यहां से जब निकलीं तो स्याही लगी उंगली दिखाई। साथ ही यह भी कहा कि हमने मायके में अपना वोट डाला है तो अब ससुराल में इस अधिकार से वंचित क्यूं रहे। इसलिए हम लोगों ने हर काम छोड़कर पहले मतदान करना उचित समझा। प्राथमिक विद्यालय कोड़री में आसपास के गांव से कई महिलाएं घूंघट में मतदान के लिए आई थीं। यहां अपेक्षा के अनुरूप अधिक उमस थी। इसके बाद भी भारतीय परंपरा का निवर्हन कर रहीं घूंघट में आई महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि रामावती नामक महिला मतदाता के पहचान पत्र में कुछ त्रुटि थी। इसलिए जब वे निकलीं तो बीएलओ से यह कहते नहीं भूली कि इसे अबकी बार ठीक जरूर करा दीजिए। कमोवेश ऐसे कई नजारे अन्य मतदान केंद्रों पर भी देखने को मिले।

------

-कतार में दिखी महिलाओं की भीड़

बूथों पर लगी कतारों में भी महिलाओं की भागीदारी कुछ अलग अंदाज में दिखी। घर का चौका-बर्तन छोड़कर सुबह से ही महिलाएं मतदान के प्रति गंभीर दिखी। इसका असर भी दिखा और बूथों पर मतदान के रिकार्ड इस बात के तस्दीक करते रहे कि महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं। तुलसीपुर विधानसभा क्षेत्र के काशीपुर मतदान केंद्र पर सुबह सवा नौ बजे तक पड़े 182 में 95 वोट महिलाओं के थे। ललिया थाने के बगल बने मतदान केंद्र में प्रात :10 बजे पड़े 220 मतों में 105 मत महिलाओं ने ही डाले थे। इसी तरह प्रानपुर कुकुरभुकवा मतदान केंद्र पर लगभग साढ़े 10 बजे 233 में 110 मतदाता महिला थीं। रामशंकर भारतीय इंटर कॉलेज मथुरा बाजार में आठ बूथों पर दोपहर लगभग 12 बजे तक 1500 महिला मतदाताओं ने वोट डाला था। इसी तरह गैंसड़ी विधानसभा क्षेत्र के कई बूथों पर मतदान की कतार में महिलाओं की अच्छी-खासी भागीदारी दिखी।

--------

-वृद्धा व विकलांग महिलाएं भी पहुंची केंद्र

नगर के एमएलके महाविद्यालय स्थित मतदान केंद्र पर बुधवार को सुबह लगभग साढ़े 10 बजे पूरब टोला निवासी 83 वर्षीय मालती श्रीवास्तव को मतदान के लिए उनके परिजन गोद में उठाकर बूथ पर ले आए। प्राथमिक विद्यालय गैंड़ासबुजुर्ग पर वृद्धा शिवकुमारी को मतदान करने से उनकी विकलांगता भी नहीं रोक सकी। वे दोनों पैर से विकलांग होने के बाद भी कड़ाके की धूप में बूथ पर आई और मतदान के बाद निकलीं तो उनके चेहरे पर हर्ष का भाव दिखा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा भी कि-बाबू सबको वोट देना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.