तलाश तालाबों की : जंगल से सटे अमरहवा में तीन तालाबों का निर्माण
बलरामपुर : दैनिक जागरण के 'तलाश तालाबों की' अभियान का असर गांव-गांव में दिखने लगा है। अभियान से प्रे
बलरामपुर : दैनिक जागरण के 'तलाश तालाबों की' अभियान का असर गांव-गांव में दिखने लगा है। अभियान से प्रेरणा लेकर ग्राम प्रधानों ने तालाब निर्माण और जीर्णोद्धार में बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसी कारण जिले में तीन सौ से अधिक तालाबों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। सदर विकास खंड के ग्राम पंचायत अमरहवा में ग्रामीणों के सहयोग से तीन तालाबों का निर्माण जल संरक्षण के उद्देश्य को पूरा करने के लिए किया गया है। तालाबों के निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है। तालाबों के निर्माण का कार्य पूरा होने से इस बार बरसात का पानी बरबाद नहीं होगा। तालाबों में बरसात का पानी सुरक्षित रहेगा जिसका लाभ गर्मी के दिनों में मिलेगा। जंगल से सटे गांव में तालाब का निर्माण होने से जंगली जानवरों को भी इसका लाभ मिलेगा।
जल संरक्षण के प्रमुख स्रोत तालाबों के निर्माण के लिए मनरेगा से बजट खर्च किया जा रहा है। इससे गांव के श्रमिकों को घर में रोजगार भी मिल रहा है। साथ ही गांव में जल संरक्षण का एक स्रोत भी विकसित हो रहा है। सदर विकास खंड के ग्राम अमरहवा के प्रधान तेजराम कहते हैं कि जंगल से सटा गांव होने के कारण जल संरक्षण पर अधिक जोर दे रहे हैं। ग्राम पंचायत की बैठक में आम सहमति से तालाब निर्माण का निर्णय लिया गया। ग्रामीणों ने अधिवक्ता शशिकांत त्रिपाठी को तालाब निर्माण की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई। ग्रामीणों के सुझाव से ग्राम पंचायत के अलग-अलग पुरवों में तालाब निर्माण का स्थल तय किया गया। तीन तालाबों का निर्माण मनरेगा श्रमिकों ने एक साथ कार्य शुरू करके पूरा किया। तालाबों का निर्माण अंतिम दौर में है। तालाबों के निर्माण से जल संरक्षण को अधिक बल मिलेगा। ग्राम प्रधान कहते हैं कि इन तालाबों की नियमित देखरेख की जाएगी जिससे जल भंडारण की क्षमता कम न होने पाए। तालाबों की नियमित सफाई होती रहे तो तालाबों में सिल्ट नहीं जमा हो पाएगी। सिल्ट जमा होने से जल भंडारण की क्षमता कम हो जाती है। रोजगार सेवक अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि तालाब जीर्णोद्धार को लेकर गांव के वृद्ध बहुत उत्साहित हैं। कहते हैं कि पूर्वजों की धरोहर तालाब हैं। इनके रखरखाव से सभी को लाभ मिलेगा। इसलिए तालाब के साथ जल संरक्षण भी आवश्यक है। मनरेगा श्रमिकों के साथ ग्राम प्रधान व अन्य लोगों ने श्रमदान भी किया।
तालाबों के निर्माण और जीर्णोद्धार से सबको लाभ मिलेगा। विकास खंड के कई ग्राम पंचायतों में पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार भी कराया गया है। ग्राम प्रधानों में तालाब को लेकर काफी उत्साह इस बार दिखा है। मनरेगा से तालाबों के संरक्षण के लिए प्राप्त बजट दिया जा रहा है। तीन सौ से अधिक तालाब सुदृढ़ किए गए हैं।
- शेषमणि सिंह
खंड विकास अधिकारी
बलरामपुर