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तालाबों के जीर्णोद्धार को प्रधानों ने लगाया जोर

बलरामपुर : दैनिक जागरण के समाचारीय अभियान 'तालाश तालाबों की' को मुकाम तक पहुंचाने का बीड़ा गांव की सर

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 11:04 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 11:04 PM (IST)
तालाबों के जीर्णोद्धार को प्रधानों ने लगाया जोर

बलरामपुर : दैनिक जागरण के समाचारीय अभियान 'तालाश तालाबों की' को मुकाम तक पहुंचाने का बीड़ा गांव की सरकार ने उठा लिया है। ग्राम पंचायतों के जागरूक प्रतिनिधि तालाबों के जीर्णोद्धार कार्य के साथ आमजन को भी तालाबों के संरक्षण की महत्ता समझा रहे हैं। बता रहे हैं कि जल संरक्षण के लिए तालाब कितने महत्वूपर्ण हैं। वैसे भी जल है तो कल है।

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गैंसड़ी विकास खंड में इस मुहिम में जुड़े ग्राम प्रधान अब सीधे श्रमदान कर तालाबों का जीर्णोद्धार ग्रामीणों के साथ मिलकर करने लगे हैं। गुरुवार को ग्राम पंचायत भदुवा के ग्राम प्रधान राजेंद्र कुमार यादव ने गांव के मजरा शकरनगर के तालाब का जीर्णोद्धार करने के लिए गांव के बुजुर्ग भोला धनई, सोहन, दुलारे व पियारे आदि लोगों के साथ विचार-विमर्श कर निर्णय लिया कि जिस तालाब में प्रतिवर्ष दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होता है उसका सुंदरीकरण हो जाता तो बेहतर होता। सभी ग्रामीणों ने इसका समर्थन किया फिर तालाब को खोदकर गहरा करने व सुंदरीकरण का कार्य तत्काल शुरू कर दिया गया है। इस तालाब में इस सूखे के समय में भी काफी मात्रा में पानी भरा हुआ है। गांव के सकटू, समी मोहम्मद, राम बरन, नीला देवी, शरीफ अहमद, बरसाती व रामप्रसाद समेत दर्जनों लोगों ने श्रमदान कर इस तालाब का कायाकल्प करने में जुटे हैं। खंड विकास अधिकारी हरिनरायन का प्रयास भी काफी रंग ला रहा है। प्रधान राजेंद्र यादव बताते हैं कि जलाशय को भव्यता प्रदान कर रमणीय बनाया जाएगा। तालाब का जलसंग्रह क्षमता भी बढ़ाया जाएगा और पौधरोपण कर इसे हराभरा भी रखा जाएगा।

गैंड़ासबुजुर्ग विकास खंड में तालाबों के जीर्णोद्धार को नई दिशा देने में ग्राम पंचायतों प्रतिनिधि जुट गए हैं। देवरिया जंगली ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान एहसान खा, जुनेद, अनिल दूबे, छोटे भाई, मोबीन व शिक्षक राजेश वर्मा द्वारा जलसंचयन के फायदे व जल की बर्बादी से भविष्य में होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी ग्रामीणों को दी गई। जागरूकता गोष्ठी में ग्राम प्रधान ने कहा कि हम सभी जल का अधाधुंध दोहन कर रहे पर संचयन के प्रति गंभीर नहीं हैं। ऐसे में यदि इसी तरह से लापरवाही बरती जाती रही तो वह दिन दूर नहीं जब बूंद-बूंद जल को तरसेंगे। गोष्ठी में मौजूद फरहान, युसुफ , लालाराम, इरफान, सूर्यलाल, शेषराम, तिलकराम, लहुरमन, नंदलाल, युनुस, विनय कुमार, अशोक, रमेश, अमिरका, अमित, सुरेश कुमार, उमेश, जगदीश प्रसाद, सुखराम, सुमिरन, रामदास, फागू, हीरालाल, हरीराम, दशरथ, चंद्रभान, विजयकुमार, निजामुद्दीन, मोहम्मद मुस्तकीम व कमरुद्दीन आदि ग्रामीणों ने संकल्प लिया कि अब तालाबों के संरक्षण के लिए होने वाले कार्य में श्रमदान करेंगे और लोगों को जल संरक्षण का महत्व भी बताएंगे।


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