निलंबित होंगे नहर कटान में उत्तरदाई अभियंता
बाराबंकी : जिलाधिकारी अजय यादव ने लगातार कट रही नहरों का संज्ञान लिया और उत्तरदाई अभियंताओं के निलं
बाराबंकी : जिलाधिकारी अजय यादव ने लगातार कट रही नहरों का संज्ञान लिया और उत्तरदाई अभियंताओं के निलंबन की संस्तुति की है। बैठक में डीएम ने कहा कि ¨सचाई विभाग द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। नहरों की पेट्रो¨लग भी बंद कर दी गई है। इसके अलावा बाढ़ क्षेत्रों में प्रभावित गांवों और तंटबंधों की भी समीक्षा की।
डीआरडीए सभागार में डीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें नहरों के अभी हाल में हुए कटान के मामलों में ¨सचाई विभाग के अभियंताओं की साफ लापरवाही पाए जाने पर बैठक में जिलाधिकारी ने ¨सचाई विभाग के उत्तरदायी सभी अभियंताओं के विरुद्ध कार्रवाई की संस्तुति की है। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे लापरवाह अधिकारी निलंबित होंगे और उनके विरुद्ध दंडात्मक विभागीय कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी ने नहरों का कटान रोकने के लिए ¨सचाई विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया है कि प्रभावी ढंग से पेट्रो¨लग सुनिश्चित कराएं।
बैठक में जिला विकास अधिकारी एके ¨सह भी मौजूद रहे।
तैयार होगा बाढ़ क्षेत्रों का डाटा
बाराबंकी : डीएम ने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ के समय सामान्य रूप से प्रभावित गांव और अत्याधिक प्रभावित गांव की तहसीलवार एवं ब्लाकवार सूची बनाई जाए। इन गांवों का पूरा डाटा तैयार किया जाए, जिसमें स्थानीय कर्मचारियों के नाम व दूरभाष नंबर और वहां उपलब्ध संसाधन अंकित हो। उपजिलाधिकारी एक सप्ताह में पूरे विवरण सहित गांववार सूची जिलाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायतों के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उपलब्ध नावों का सर्वेक्षण कराते खराब नावों की मरम्मत कराए। जल निगम को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समुचित ढंग से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए हैंडपंपों को चालू हालत में रखने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ क्षेत्र के लिए सबसे अहम स्वास्थ्य विभाग है। डीएम ने निर्देश दिया कि बाढ़ क्षेत्र में दवाओं, वैक्सीन और स्टाफ की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। बाढ़ से पूर्व ही अभियान चलाकर नियमित टीकाकरण करा दिया जाए। बैठक में बाढ़ चौकियों पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के डीएम ने निर्देश दिए। जल मग्न क्षेत्रों, वर्षा के पानी को निकालने के लिए पंपों, विद्युत आपूर्ति, डीजल आदि की समुचित व्यवस्था कराने के संबंधित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए है।