Move to Jagran APP

सोते समय मदरसा के मौलाना की हत्या

बलरामपुर: मदरसा के मौलाना की गले पर बांके से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने आरोपी को आ

By Edited By: Published: Thu, 05 May 2016 12:04 AM (IST)Updated: Thu, 05 May 2016 12:04 AM (IST)
सोते समय मदरसा के मौलाना की हत्या

बलरामपुर: मदरसा के मौलाना की गले पर बांके से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस ने आरोपी को आला कत्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया है। घटना कोतवाली क्षेत्र के रुस्तम नगर उत्तरीडीह में मंगलवार रात साढ़े बारह बजे की बताई जा रही है। घटना के पीछे आशनाई की बात सामने आ रही है।

prime article banner

महबूब शाह उर्फ मुसीबत अली (55) पुत्र महमूद अली श्रीदत्तगंज के बरगदवा कपौवा शेरपुर का निवासी था। दो साल से वह रुस्तम नगर के मस्जिद में नमाज पढ़ाने के साथ बच्चों को दीनी तालीम भी देता था। मंगलवार को वह मदरसे के बाहर चारपाई पर सो रहा था। आरोप है कि इसी गाव के शमशुद्दीन कुरैशी पुत्र तहव्वर ने सोते समय मौलाना के गले पर बांके से वार कर दिया और भाग कर अपने घर चला गया। रात में लगभग ढाई बजे ग्रामीणों को इस घटना की खबर मिली तब तक अधिक रक्त स्त्राव के चलते मौलाना की चारपाई पर ही मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को जानकारी दी। सुबह सीओ जेके सिंह, प्रभारी निरीक्षक आरके सिंह यादव ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में ले लिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मृतक के पुत्र मरगूब अली की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

-आरोपी बदल रहा बयान

मदरसा के मौलाना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार युवक रह-रह अपना बयान बदल रहा है। प्रभारी निरीक्षक आरके सिंह यादव कहते हैं कि स्थिति अभी स्पष्ट नहीं हुई है। पहले वह धर्म के बार में मौलाना की कथित टिप्पणी को हत्या का कारण बताता है और फिर दूसरी बात करने लगता है। फिलहाल अब तक की स्थिति में घटना के पीछे आशनाई की बात सामने आ रही है। जल्द ही इस पूरे प्रकरण से पर्दा उठा दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.