राहगीरों के लिए मुसीबत बना ट्रांसफार्मर
बलरामपुर : दृश्य एक- नगर का कालीथान तिराहा। बौद्ध परिपथ की पटरी पर एक स्थाई ट्रांसफार्मर लगाया गय
बलरामपुर :
दृश्य एक- नगर का कालीथान तिराहा। बौद्ध परिपथ की पटरी पर एक स्थाई ट्रांसफार्मर लगाया गया है। ठीक घुमावदार मोड़ पर पटरी पर लगे इस ट्रांसफार्मर से आए दिन तेज रफ्तार वाहन एक दूसरे से टकरा रहे हैं। कई लोगों की जान भी इस हादसे में जा चुकी है और कुछ आज भी चलने-फिरने लायक नहीं बचे हैं। कुछ लोगों ने गलत ढंग से लगाए गए इस ट्रांसफार्मर को हटाने की मांग भी किए, लेकिन जिम्मेदार महकमा चुप्पी ही साधे रहा। इतना ही नहीं जब यह ट्रांसफार्मर खराब हो जाता है तो बिजली आपूर्ति के लिए ठीक उसके बगल सड़क पर मोबाइल ट्रांसफार्मर लगा दिया जाता है। अब दुर्घटना की दृष्टिकोण से अतिसंवेदनशील इस स्थान पर किसी की जान जाए इसकी परवाह किसी को नहीं है।
दृश्य दो- बस स्टेशन मार्ग। बहराइच मार्ग से बस स्टेशन जाने वाली यह सड़क पहले से संकरी है। इसके बाद इसकी पटरी पर बड़ी संख्या में मैजिक व अन्य वाहन खड़े रहते हैं। रोडवेज बसों का परिचालन इस मार्ग से होने के कारण कभी-कभी पैदल आवागमन करने वाले लोग बीच में इस कदर फंस जाते हैं कि उनकी सांस थम जाती है। हड़बड़ाहट में कभी-कभी लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं।
यह स्थिति प्राय: हर सड़क की है जिसकी पटरियों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। जिला मुख्यालय होने के कारण वाहनों के साथ लोगों की भीड़ प्रतिदिन बढ़ती ही रहती है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। जो हालत रहते हैं कि उससे पैदल चलने के लिए जगह नहीं रहती। बीच सड़क में चलकर लोग असमय दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। इसके बाद भी जिले में बैठने वाले हाकिम बढ़ते अतिक्रमण को लेकर बेफिक्र हैं।
-जगह सुरक्षित कर बनाया जाए फुटपाथ
छात्रा श्रेया जायसवाल का कहना है कि पैदल चलने के लिए फुटपाथ का होना जरूरी है। इसके लिए पहले सड़क किनारे की जगह सुरक्षित की जाए और बाद में उसे फुटपाथ के रूप में बनाया जाए जिससे कि लोग मुख्य सड़क के बजाय फुटपाथ से आराम से आवागमन कर सकें।
सुष्मिता सिंह का कहना है कि फुटपाथ होने से दुर्घटना भी कम होगी। साथ ही महिलाएं, बच्चे व बुजुर्गो के लिए आवागमन में सुविधा होगी। इसलिए हरहाल में सड़क किनारे फुटपाथ बनाया जाना चाहिए।
डॉ. अमरेंद्र सिंह कहते हैं कि जिला मुख्यालय होने के कारण लोगों की आना-जाना भी अधिक होता है। वैसे भी सड़क पर वाहनों की भीड़ के बीच पैदल चलना खतरे से खाली नहीं है। इसलिए सुरक्षित यातायात के लिए फुटपाथ बनाया जाना चाहिए।
डॉ. पंकज श्रीवास्तव कहते हैं कि जीवन अनमोल है। इसकी सुरक्षा के लिए स्वयं को सजग रहने की जरूरत है। सड़क के दोनों ओर पटरी को फुटपाथ के रूप में सुरक्षित करने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
अतिक्रमण के खिलाफ समय-समय पर अभियान चलाया जाता है। सड़क की पटरी को फुटपाथ के रूप में सुरक्षित किया जाएगा। अवैध कब्जा मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-शिवपूजन
अपर जिलाधिकारी