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सफाई को लेकर सरकारी तंत्र की उदासीनता पड़ रही भारी

बलरामपुर : स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करने का असर कम दिख रहा है। आम लोगों

By Edited By: Published: Mon, 05 Oct 2015 12:04 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2015 12:04 AM (IST)
सफाई को लेकर सरकारी तंत्र की उदासीनता पड़ रही भारी

बलरामपुर : स्वच्छता अभियान चलाकर लोगों को साफ-सफाई के लिए जागरूक करने का असर कम दिख रहा है। आम लोगों में तो कुछ प्रभाव दिखता है लेकिन सरकारी तंत्र एकदम उदासीन बना है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा सड़क किनारे आज भी कूड़ा एकत्र किया जाता है। सड़क किनारे कूड़ा न एकत्र किया जाए इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी भी आगे नहीं आ रहे हैं। नगर पालिका प्रशासन का तर्क है कि शहर के 25 वार्डो से प्रतिदिन निकलने वाला कूड़ा कहां एकत्र किया जाए। मोहल्ले में कहीं इतनी जगह नहीं कि वहां कूड़ा इक्कठा किया जा सके। मोहल्लों की गलियों में कूड़ा उठाने के लिए वाहन नहीं जा सकते हैं। इसलिए सड़क पर कूड़ा एकत्र करने की मजबूरी है। हांलाकि सड़क किनारे एकत्र कूड़ा का उठान समय से नियमित कराया जाता है। अब सवाल उठता है कि जब रोज कूड़ा उठाया जाता है तो फिर गंदगी क्यों दिखती है। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। तुलसीपुर मार्ग पर बैंक ऑफ इंडिया के सामने लगा कूड़ा का ढेर इसकी बानगी है। बौद्ध परिपथ से झारखंडी रेलवे स्टेशन को जाने वाले मार्ग पर दुकानदार व होटल वाले कूड़ा फेंकते हैं। कूड़ा आधी सड़क तक बिखरा रहता है। इस मार्ग से निकलने वाले लोंगों को नाक पर रूमाल लगाकर निकलना पड़ता है। इसके बाद भी कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ नगर पालिका प्रशासन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं करता है। होटल संचालक भी सिविक सेंस का प्रयोग नहीं करते हैं। होटल संचालकों की लापरवाही का दंश राहगीरों को झेलना पड़ता है।

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एमएलके महाविद्यालय के शिक्षक डॉ. केके सिंह कहते हैं कि एक साल से चल रहे स्वच्छता अभियान का असर लोगों पर पड़ा है। हो सकता है कि लोग सार्वजनिक स्थलों पर सफाई को लेकर न जागरूक हो लेकिन लोग घरों की सफाई को लेकर चिंतित हैं। स्वच्छता का मतलब सिर्फ कूड़ा साफ करने से नहीं है। स्वच्छता पानी, वातावरण और पर्यावरण की शुद्धता भी है। क्योंकि बिना सफाई के स्वस्थ्य नहीं रह सकते हैं।

लोक सेवा संस्थान के संचालक गुलाब सिंह का कहना है कि सफाई के लिए सभी को सजग रहना चाहिए। घर में गंदगी करने पर लोगों को डांट पड़ती है। वही लोग जब बाहर जाते हैं तो सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी करते हैं। घर की तरह ही बाहर भी सफाई को लेकर लोगों को सजग रहने की जरूरत है। स्वच्छता अभियान का उद्देश्य भी यही है कि लोग सफाई के प्रति चेते।

रोटरी ग्रेटर क्लब के तीरथ दास तोलानी कहते हैं कि क्लब के सभी सदस्य स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं। क्लब द्वारा अपने कार्यक्रमों में स्वच्छता से होने वाले लाभ की जानकारी दी जाती है। साथ ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक किया जाता है। सड़क की सफाई ही नहीं स्वच्छता सभी जगह जरूरी है। खाने, नहाने व पानी पीने सब में सफाई दिखना चाहिए।

शिक्षक अजय कृष्ण पांडेय कहते हैं कि स्कूलों में छात्रों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाता है। इसी तरह आम लोगों को भी सफाई के लिए जागरूक करने की जरूरत है। स्वच्छता अभियान से लोगों को जोड़ने के लिए नियमित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। क्योंकि स्वस्थ्य समाज के लिए स्वच्छता जरूरी है।

पतंजलि योग समिति ने चलाया स्वच्छता अभियान :

भारत स्वाभिमान एवं पतंजलि योग समिति के तत्वाधान में नगर के मोहल्ला नई बाजार, चौक बाजार व गली कूचों में सफाई अभियान चलाया गया। इसमें नगर के युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिले को स्वच्छ करने का संकल्प लिया। भारत स्वाभिमान के प्रभारी अजय कुमार मिश्र ने बताया कि स्वामी रामदेव के आह्वान पर 600 से अधिक जिले में एक साथ एक समय पर स्वच्छता अभियान चलाया गया।


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