तबाही मचाने लगी राप्ती, कटान में कई बीघा खेत नदी में समाए
बलरामपुर: दो सालों से तटबंध के मरम्मत की मांग कर रहे अल्लीपुर गांव के लोगों ने रविवार रात और सोमवार
बलरामपुर: दो सालों से तटबंध के मरम्मत की मांग कर रहे अल्लीपुर गांव के लोगों ने रविवार रात और सोमवार को दिनभर नदी की रखवाली में बिताया। रविवार दोपहर बाद से ही नदी लगातार कटान कर रही है। लगभग डेढ़ सौ बीघा धान तथा गन्ने की फसल निगलने के बाद नदी हर पल कटान कर रही है। आधा दर्जन रिहाइशी मकान कटान के घेरे में हैं। फिलहाल ग्रामीण रस्सी, पेड़ों की टहनियों तथा प्लास्टिक की बोरियों के सहारे कटान रोकने की कवायद कर रहे हैं। दर्जनों बार उच्च अधिकारियों से की गई फरियाद अनसुनी रही। मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल को लगाकर अधिकारी चिंतामुक्त हो गए हैं।
राप्ती नदी में पिछले साल गांव के दक्षिण तरफ बने तटबंध में से लगभग पांच सौ मीटर की पटान काट दी थी। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बालकराम बताते हैं कि अधूरे तटबंध के मरम्मत की मांग का प्रार्थना पत्र कई बार दिया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब लगभग डेढ़ किलोमीटर की लंबाई का तटबंध नदी की धारा में समा चुका है। रामरंग, राम सजीवन, परशुराम, आज्ञाराम, लुददुर, आंधी, चिन्नू, रामप्रसाद समेत लगभग पूरे गांव के लोगों के खेत कट कर नदी में समा चुके हैं। राकेश चौधरी का बाग कट कर नदी में समा गया है। खेती और बाग का वजूद मिटाने के बाद अब नदी सीता, अहमद, बेचू, कृष्ण कुमार, शौकत, पंकज, समीउल्ला, आशाराम, राम दुलारे, संजीवन, कैसरा, राबिया के घरों की तरफ बढ़ रही है। हर पल कटान करती हुई राप्ती उत्तरी छोर पर विनाशलीला कर रही है। गौतम प्रसाद का कहना है कि यदि तटबंध को पूरा करा दिया जाता तो शायद इतनी बड़ी तबाही को रोका जा सकता था। शौकत बताते हैं कि नदी की धारा को देखते हुए लोग अपने घर के सामान सहेज कर पलायन कर रह हैं। समीउल्ला, बेचू आदि बताते हैं कि सोमवार को तहसीलदार मौके पर आए लेकिन ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह देकर वापस चले गए।
कटान के संबंध में उपजिलाधिकारी रामहर्ष मौर्य का कहना है कि मौके पर लेखपाल की तैनात कर दिया गया है। मामले से डीएम को अवगत कराया गया है। ड्रेनेज खंड सिद्धार्थनगर के अवर अभियंता को सूचना दी जा चुकी है और कटान रोकने के लिए कार्यदायी संस्था ने शीघ्र ही कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
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-लेखपाल ने किया निरीक्षण
गौरा चौराहा : क्षेत्र के करमहना, नरायनपुर मझारी व रजवापुर में राप्ती नदी तेजी से कटान कर रही है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। तटबंध भी यहां जर्जर है। ग्रामीणों की शिकायत पर हल्का लेखपाल घनश्याम गुप्त ने प्रभावित गांवों का दौरा कर जायजा लिया। उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।