नियमों का पालन तो कहीं ताक पर आदेश
बलरामपुर : शासन द्वारा परिषदीय स्कूल के बच्चों को बुधवार को मध्याह्न भोजन में कोफ्ता, चावल के साथ द
बलरामपुर : शासन द्वारा परिषदीय स्कूल के बच्चों को बुधवार को मध्याह्न भोजन में कोफ्ता, चावल के साथ दूध दिए जाने की सख्ती का असर कहीं प्रभावी तो कहीं काम चलाऊ दिखा। अधिकांश स्कूलों के शिक्षकों ने अपने अन्य सहयोगी के साथ मिलकर स्कूल में निर्धारित मीनू के आधार पर बच्चों को कोफ्ता चावल व दूध दिया। कुछ स्कूलों में विभागीय अधिकारियों के निर्देश ताक पर रहे। स्कूलों में खाना पूर्ति के लिए सामान्य भोजन ही बनाया गया। प्रस्तुत है स्कूलों की आंखों देखी स्थिति बयां करती रिपोर्ट -
केस एक - प्रात: सवा दस बजे बलरामपुर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय धुसाह द्वितीय में पहुंचने पर विद्यालय की प्रधानाध्यापक मोहिनी श्रीवास्तव बच्चों के पढ़ाती दिखी। रसोइया निर्धारित मीनू के अनुसार कोफ्ता, चावल बना रही थी। यहां बच्चों को दूध दिया जा चुका था और खाना बन रहा था।
केस दो - प्रात: साढ़े दस बजे सभासद प्रतिनिधि रक्षाराम यादव वार्ड में स्थित प्राथमिक विद्यालय अचलापुर में मध्याह्न भोजन की तैयारी कराते दिखे। स्कूल में नियुक्त प्रधानाध्यापक राजेश श्रीवास्तव बच्चों को लाइन से बैठा रहे थे। बच्चों के बैठने के बाद सभासद प्रतिनिधि ने सभी बच्चों को दूध वितरित किया। विद्यालय की रसोई में रसोइया कोफ्ता चावल बना रही थी।
केस तीन - पूर्वाह्न 11 बजे। बीएसए कार्यालय परिसर के सामने स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय में बच्चें लाइन लगाकर बैठ कर कोफ्ता चावल खाते दिखे। प्रधानाध्यापक जावित्री मिश्र ने बताया कि स्कूल के बच्चों को दूध पहले ही पिलाया जा चुका है। इसी तरह बगल में स्थित आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय में भी बच्चों को दूध व कोफ्ता चावल खिलाया जा चुका था।
-यहां ताक पर रहे आदेश
पिछले बुधवार को प्रभारी डीएम गंगाराम गुप्ता द्वारा किए गए निरीक्षण में स्कूल के बच्चों को दूध न दिए जाने पर नाराजगी जताए जाने के बाद भी प्राथमिक विद्यालय रमईडीह प्रथम, द्वितीय व कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय में निर्देशों का पालन नहीं किया गया। कन्या पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय द्वतीय में कड़ी चावल बनता हुआ पाया गया। जबकि रमईडीह प्रथम में सब्जी चावल बनाया गया था। मौके पर तुलसीपुर शिक्षा क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार में भी विद्यालय में ही उपस्थित थे। विद्यालय की प्रधानाध्यापकों द्वारा बनाया गया है मध्याह्न भोजन बनाने का कार्य प्रधान करते हैं। उनके द्वारा बच्चों को दूध पिलाने से मना कर दिया गया है। बीइओ ने प्रधान पर कार्रवाई किए जाने की संस्तुति के साथ अपनी आख्या संबधित अधिकारी को भेजने की बात कही है।
वास्तविकता के लिए अधिकारी भी लगाए गए हैं। निरीक्षण आख्या के आधार पर दोषी शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
- जय सिंह
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
-एसडीएम के निरीक्षण में मिली गड़बड़ी
उतरौला : उपजिलाधिकारी राम हर्ष मौर्य के मुआयने में स्कूलों में तमाम गडबड़ियां सामने आई हैं।
प्राथमिक विद्यालय मधपुर में 45 उपस्थित छात्रों के सापेक्ष महज छह लीटर दूध वितरित करने की बात सहायक अध्यापिका सुधा कुमारी द्वारा बताई गई। कंवर्जन कास्ट के बारे में अध्यापिका को कोई जानकारी नहीं थी। प्राथमिक विद्यालय वनघुसरा में 83 छात्रों के सापेक्ष 35 छात्र उपस्थित थे। सहायक अध्यापक हरीराम द्वारा बताया गया कि कनवर्जन कास्ट पर्याप्त है। प्राथमिक पाठशाला मझौवा कुरुथुआ में हस्ताक्षर बनाकर सहायक अध्यापक मशरुल हक गायब थे। शिक्षामित्र मंजू मिश्र उपस्थित थीं। 41 उपस्थित बच्चों के सापेक्ष महज चार लीटर दूध मंगाया गया था। बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया जा रहा है। उपजिलाधिकारी का कहना है कि जांच रिपोर्ट डीएम के भेजी जा रही है।