सीता स्वयंवर की सजी झांकी, कथा सुन मंत्रमुग्ध हुए श्रद्धालु
बलरामपुर : संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के दौरान सीता स्वयंवर की सजी झांकी देखकर उपस्थित लोग झूम उठे। ह
बलरामपुर : संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के दौरान सीता स्वयंवर की सजी झांकी देखकर उपस्थित लोग झूम उठे। हर ओर से जयश्रीराम-जय श्रीराम के उदघोष से पूरा वातावरण गूंज रहा था। इसके बाद जब अयोध्या से आए कथा व्यास संत सर्वेश जी महराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विवाह का वर्णन सुनाया तो श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूमने लगे।
ललिया थाना क्षेत्र के मथुरा बाजार के मजरे चैसार में चल रही संगीतमयी श्रीमद्भागवत महापुराण में कथा सुनने के लिए आसपास के कई गांवों के लोग पहुंच रहे हैं। कथा व्यास ने सजी झांकी के साथ-साथ लोगों को श्रीराम व जानकी के विवाह का सजीव चित्रण सुनाया। हाथ में वरमाला लिए जानकी के कदम-कदम ज्यों-ज्यों श्रीराम की ओर बढ़ रहे थे पंडाल में मौजूद श्रोता अचरज भरी नजरों से इस अलौकिक दृश्य को निहार रहे थे। इस दौरा कथा व्यास ने लोगों को बताया कि आज दहेज रूपी दानव आए दिन बेटियों का जान ले रहे हैं। जबकि हमें दुल्हन की दहेज है मानते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। जागरूकता से समाज से दहेज रूपी अभिशाप को समाप्त किया जा सकता है।
22 अप्रैल से चलने वाली इस कथा का आयोजन लल्ला प्रसाद शुक्ल व छोटके शुक्ला द्वारा किया जा रहा है। कथा का समापन 23 अप्रैल को विशाल भंडारे के साथ होगा। कथा के दौरान राम अछैवर मिश्र, वैद्यनाथ, केके सिंह, विद्याराम, प्रेम सागर शुक्ला, रामकुमार व रजनीश समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।