दो माह में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की चुनौती
बलरामपुर : जिले के स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन व सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभाग द्वारा वित्ती
बलरामपुर : जिले के स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन व सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 में बचे दिनों में 25 करोड़ 41 लाख रुपये का 55 प्रतिशत खर्च किया जाएगा। इस संबध में शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग को कार्ययोजना व बजट निर्धारित कर दिया गया है। दो माह में बजट खर्च कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की चुनौती है।
बता दें केंद्र में सत्ता परिवर्तन होने के कारण वित्तीय वर्ष की शुरूआत में निर्धारित किए जाने वाला वार्षिक वित्तीय बजट समय से निर्गत नहीं किया गया था। बिना कार्य योजना के ही विभाग द्वारा आवश्यक सेवाओं को संचालित किया जा रहा था। इसी क्रम में शासन द्वारा दिसंबर माह के अंत में वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए कार्ययोजना बनाकर सत्र के दौरान जिले की स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होने वाले प्लान व बजट का निर्धारण किया। इसमें शासन द्वारा जिले की स्वास्थ्य सेवाओं के विभन्न योजनाओं पर खर्च किए जाने व नई योजनाओं को शुरू करने के लिए कुल 25 करोड़ 41 लाख 79 हजार रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की देखरेख करने के लिए बनने वाली जिला स्वास्थ्य समिति में जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा शासन से भेजी गई कार्ययोजना (एक्सन प्लान) व बजट का अनुमोदन भी किया जा चुका है। अनुमोदित बजट का 45 प्रतिशत बजट विभाग ने व्यय कर लिया है। शेष धनराशि वित्तीय वर्ष के बचे दिनों में व्यय किया जाएगा।
इन योजनाओं के लिए निर्धारित बजट :
मातृत्व स्वास्थ्य-जननी सुरक्षा योजना के लिए दो करोड़ 58 लाख 78 हजार, शिशु स्वास्थ्य के लिए तीन लाख 52 हजार, परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए 75 लाख 44 हजार, राष्ट्रीय किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए 12 लाख 60 हजार, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए 48 लाख 95 हजार, पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के लिए 70 हजार, संविदा मानव संसाधन मानदेय व प्रोत्साहन राशि के लिए तीन करोड़ 91 लाख 58 हजार, कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए 10 लाख 72 हजार, कार्यक्रम प्रबंधन के लिए 33 लाख 20 हजार, मिशन फ्लैक्सीपूल से संबधित कार्यक्रमों के लिए सात करोड़ छह लाख 31 हजार, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के लिए दो करोड़ तीन लाख 67 हजार, नेशनल आयोडीन डेफिसियेंसी डिसआर्डर कंट्रोल कार्यक्रम के लिए दस हजार, आइडीएससी कार्यक्रम के लिए सात लाख 27 हजार, नेशनल वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल कार्यक्रम के लिए 36 लाख 78 हजार, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के लिए 15 लाख 96 हजार, पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के लिए एक करोड़ 53 लाख 67 हजार, राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 30 लाख सात हजार व शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के लिए 29 लाख 57 हजार रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
शुरू किए गए नए कार्यक्रम :
जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए चालू वित्तीय वर्ष में जिला मेमोरियल अस्पताल में पोषण पुर्नवास केंद्र व जिला महिला अस्पताल में सिक न्यूबार्न केयर कार्नर शुरू किया जाएगा। साथ ही किशोरों को परामर्शन के लिए जिले के दोनों अस्पताल फ्रैंडली हेल्थ क्लीनिक भी शुरू किया गया है।
बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं :
चालू वित्तीय वर्ष में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए शासन द्वारा कार्ययोजना व उससे संबधित बजट की रूप रेखा भेजी जा चुकी है। शासन द्वारा निर्धारित किए गए स्वास्थ्य कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक संचालन किया जाएगा।
- डॉ. उपेंद्र कुमार वर्मा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी