फिस्स न हो जाए पुलिसिया 'तलाश'
बलरामपुर : ताबड़तोड़ हो रही हत्या की वारदातें और गोली चलाने की घटनाओं में शामिल बदमाश दीवाली पूर्व पट
बलरामपुर : ताबड़तोड़ हो रही हत्या की वारदातें और गोली चलाने की घटनाओं में शामिल बदमाश दीवाली पूर्व पटाखों की जगह दनादन गोली बरसा रहे हैं। तमंचे उनके हाथों में ऐसे लहरा रहे हैं मानों बच्चों के खेलने के खिलौने। इन सबके बाद भी पुलिस ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार करने से कतरा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आए दिन हो रहीं आपराधिक वारदातों व पुलिस दावे के बीच चल रही असली शूटरों की 'तलाश' कहीं फिस्स न हो जाए। प्रस्तुत है हाल के दिनों में हुई कुछ प्रमुख घटनाओं में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की पड़ताल करती रिपोर्ट-
केस एक- 22 सितंबर को सुबह साढ़े छह बजे इंटक के पूर्व प्रदेश सचिव व मजदूर नेता हरिंद्र सिंह की भगवतीगंज स्थित बलरामपुर चीनी मिल के केमिकल प्लांट से कुछ दूरी पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह व उनके पुत्र समेत अन्य को आरोपी बनाया गया। लगभग एक माह होने को है इस प्रकरण में न तो किसी की गिरफ्तारी हुई है और न ही हत्याकांड की गुत्थी अभी तक पुलिस सुलझा सकी है।
केस दो- 12 अक्टूबर को शाम लगभग छह बजे नगरपालिका कार्यालय बलरामपुर के समीप बकाया वसूल कर लौट रहे भगवतीगंज के व्यापारी अजय अग्रवाल को लूट के प्रयास में गोली मारकर बदमाशों ने लहूलुहान कर दिया।
केस तीन- 12 अक्टूबर को ही रात लगभग साढ़े सात बजे नगर के सिविल लाइन मोहल्ले में भ्रष्टाचार विरोधी सेना के प्रदेश अध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना में मृतक की पत्नी ममता सिंह की तहरीर पर पुलिस ने बलरामपुर देहात के ग्राम प्रधान विष्णु चौहान, उसके भाई रघुराज व एक अन्य पर मामला दर्ज किया। मामले का राजफाश करते हुए प्रधान को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस की कहानी प्रधान व उनके परिवार की संलिप्तता साबित करने की ही रही।
केस चार- 17 अक्टूबर को अपराह्न लगभग साढ़े चार बजे गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के सदवापुर नहर के समीप तुलसीपुर के बिस्कुट व मसाला व्यवसायी के मुनीम राम जस को बदमाशों ने गोली मारकर 90 हजार रुपये लूट लिए। पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन सक्रिय नहीं हुई। जबकि बदमाशों की बाइक का प्लगकुछ दूर जाकर खराब हो गया था।