गोरक्षपीठाधीश्वर के शोक में तुलसीपुर में बंद रहीं दुकानें
बलरामपुर : हिंदू समाज को नई दिशा देने वाले एवं रामजन्म भूमि मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गोरक्षपीठाधीश्वर अवेद्यनाथ के शुक्रवार रात ब्रह्मालीन होने की खबर सुनते ही देवीपाटन मंदिर व उसके आसपास के लोगों में शोक की लहर छा गई।
खबर पाते ही देवीपाटन मंदिर के महंथ मिथलेशनाथ योगी तुरंत गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। ब्रह्मालीन महंत मंदिर व क्षेत्रवासियों से जुड़ी है। यह शक्तिपीठ, गोरक्षपीठ से जुड़ी होने के कारण ब्रह्मालीन गोरक्षपीठाधीश्वर यहां समय-समय पर आकर मंदिर व समाज के विकास में योगदान देते रहे। उनके गोलोकवासी की खबर जैसे ही क्षेत्र में फैली लोगों ने अपनी -अपनी दुकानें बंद कर उनसे जुड़े संस्मरण एक-दूसरे को सुनाने में जुटे रहे। पूरा दिन देवीपाटन मंदिर की सड़कें वीरान रहीं लोग शोक में डूबे रहे, उनके समाधि व शक्तिपाठ में हिस्सा लेने के लिए रविवार को बड़ी संख्या में लोग गोरखपुर जाने की तैयारी में भी है।
शोक सभा का आयोजन
देवीपाटन मंदिर परिसर में साधु संतों एवं विभिन्न धार्मिक संगठन के पदाधिकारी एकत्र होकर शोकसभा का आयोजन किया। ब्रह्मालीन महंत अवेद्यनाथ के छाया चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित कर उनके संस्मरण याद किए। हिंदू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी दिलीप गुप्त ने कहा कि उनके बताए हुए मार्ग का अनुसरण करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है। लोगों ने खड़े होकर इस दौरान दो मिनट का मौन भी रखा। इस मौके पर मुख्य रूप से नितेंद्रनाथ कोठारी बाब स्वामी अद्वंवानंद, शक्तिनाथ, संत बाबा रामनाथ, किशोरीनाथ, संतोषनाथ, विजय सिंह, अरविंद सिंह, कंधे यादव आदि उपस्थित रहे। इधर, बलरामपुर में पूर्व मंत्री हनुमत सिंह ने भी महंत के निधन पर शोक जताया है।