बाढ़ पीडि़तों के साथ हो रहा भेदभाव
बलरामपुर : भाजपा के क्षेत्रीय सांसद ने बाढ़ पीडि़तों के साथ भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया है। खस्ताहाल सड़कों के लिए प्रदेश सरकार के माननीयों को जिम्मेदार बताया। राहत सामग्री वितरण में लापरवाही बरदास्त न करने की चेतावनी दी।
जिले के भाजपाइयों ने गैंसड़ी विधानसभा क्षेत्र के जैतापुर चौराहा पर विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कारियों को संबोधित करते हुए श्रावस्ती सांसद दद्दन मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार आपदाग्रस्त लोगों के साथ भी भेदभाव कर रही है। बाढ़ जैसी त्रासदी में भी तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है। जिले की सड़कें सत्ताधारी दल के माननीयों के विकास की सोच को उजागर करती है। सड़कों के निर्माण के लिए स्वयं प्रयास करने की बात कही। कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव कार्य में लापरवाही बरती है। भाजपा नेता शैलेस कुमार सिंह ने कहा कि सिद्धार्थनगर सीमा पर बने बांध में बैराज या रेगुलेटर का निर्माण न होने से इस क्षेत्र में बाढ़ का कहर अधिक है। इसके निर्माण से बाढ़ की विभीषिका से लोगों को बचाया जा सकता है। कहा कि बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के लिए गांव-गांव गया वहां उनकी पीड़ा देखी है। जो भी राहत सामग्री संस्थाओं व संपन्न लोगों ने वितरित किया है। वही पीड़ितों को मिली है लेकिन सरकारी सहायता में पक्षपात किया गया है। भाजपा नेता श्याम जायसवाल ने कहाकि गैंसड़ी विधानसभा के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हुए। सरकारी सहायता के लिए पीड़ित अंत तक तड़पते रहे। कई गांवों में राहत सामग्री लेकर स्वंय गया था अभी भी सहायता पहुंचाई जा रही है। कहा कि बेलहा व भैसादीन डिहवा डिप पर सौ-सौ मीटर का पुल निर्माण होने से हर साल बंद होने वाले रास्ते से निजात मिल सकती है। भाजपा के लोग इन दोनों स्थानों पर पुल निर्माण के लिए संघर्ष करेंगे। जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि नदी के किनारे बने बांध को ऊंचा और मजबूत करने की जरूरत है। प्रत्येक किसान तथा पीड़ित लोगों के फसलों का मुआवजा देने में पक्षपात न किया जाए। जैसे राहत सामग्री वितरण में किया जा रहा है। सभा के पश्चात भाजपाइयों ने दस सूत्री मांग पत्र नायब तहसीलदार केशवदास को दिया। सभा को जिला महामंत्री विनय प्रकाश त्रिपाठी, दयाराम प्रजापति, अजय सिंह पिंकू, राजेंद्र ओझा, राकेश सिंह, राजबहादुर यादव, रामदीन वर्मा, लालबच्चा मिश्र, गोपी सिंह, जय मंगल प्रजाति, राजन विश्वकर्मा आदि लोगों ने संबोधित किया।