714 शिक्षामित्र बने सहायक अध्यापक
बलरामपुर : जिले के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षामित्र रहे 714 लोगों को सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त कर दिया गया है। सहायक अध्यापक का नियुक्ति पत्र मिलते ही शिक्षामित्र खुशी से झूम उठे। जिले के 101 बंद स्कूलों को इन्हीं शिक्षकों की तैनाती से खोलने का दावा बीएसए ने किया है।
रविवार को महिला व विकलांग शिक्षामित्रों से विभाग द्वारा तैयार की गई बंद स्कूलों, शिक्षक विहीन व एकल शिक्षकों वाले स्कूलों की सूची से तीन स्कूलों का विकल्प लिया गया। स्कूलों का चयन करने आए शिक्षामित्रों ने विभाग द्वारा नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई सूची में नगर से सटे देहात व श्रीदत्तगंज शिक्षा क्षेत्र के बंद स्कूलों का नाम न होने का आरोप भी लगाया। शिक्षक बनने को लेकर शिक्षामित्रों में काफी उत्सुकता दिखी। पूरे दिन शिक्षामित्र डॉयट में नियुक्ति पत्र के लिए डटे रहे।
जिले के 714 शिक्षामित्रों का समायोजन सहायक अध्यापक के पद पर किए जाने की प्रक्रिया के क्रम में विकलांग व महिला शिक्षामित्र अभ्यर्थियों को वरीयता दी गई है। बीएसए ने ऐसे अभ्यर्थियों को नियुक्ति के लिए तीन-तीन स्कूलों का चयन करने के लिए रविवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर बुलाया। स्कूलों का चयन करने के लिए अभ्यर्थियों ने विभाग द्वारा सूचना पट पर चस्पा की गई सूची से विद्यालयों का नाम देखकर विकल्प के रूप में आवेदन में भरा। शिक्षामित्रों ने मुख्यालय से सटे स्कूलों का नाम सूची में शामिल न होने की जानकारी जब विभागीय अधिकारी से की तो उन्होंने सूची में शामिल स्कूलों में से ही चयन करने का उत्तर दिया। शिक्षामित्रों को मजबूर होकर न चाहते हुए भी सूची में शामिल स्कूलों का चयन करना पड़ा। शिक्षामित्रों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों ने जानबूझ कर कुछ स्कूलों का नाम सूची से हटा दिया है। इस संबध में बीएसए राकेश सिंह का कहना है कि सूची में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं की गई है। अगड़े ब्लॉकों में एक दो स्कूलों का नाम न होने की जानकारी मिली है। पहले चरण के सभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बना दिया गया है। सभी को विद्यालयों में तैनाती का नियुक्ति पत्र दे दिया गया है। सोमवार को संबंधित स्कूलों में जाकर अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर लें। इनकी तैनाती से बंद स्कूलों का भी ताला खुल गया है।