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पांच सहकारी समितियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 11:53 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 11:53 PM (IST)
पांच सहकारी समितियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

बलरामपुर : सहकारी समितियों का सुदृढ़ीकरण की आवश्यकता है। इसके लिए समितियां अपना व्यवसाय बढ़ाएं। एक लाख से कम व्यवसाय वाले पांच समितियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। व्यवसाय न बढ़ने पर समिति के प्रभारियों का वेतन रोक दिया जाएगा।

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यह बातें सहकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारी समितियां योगेंद्र पाल सिंह ने कही। कहा कि लालपुर, विशुनपुर, भैरमपुर, फत्तेपुर, कुशमौरा, अचलपुर परसिया, लालपुर आदि समितियों का व्यवसाय एक लाख से कम है। जबकि समितियों के व्यवसाय हेतु पांच लाख रुपये दिया गया है। इस रुपयों से समितियों का व्यवसाय कम से कम 25 लाख रुपये का होना चाहिए। क्योंकि सचिवों का वेतन उर्वरक एवं अन्य व्यवसाय के कमीशन से प्राप्त होना है। जिले के पांच सबसे खराब व्यवसाय वाली समितियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इफको के वरिष्ठ प्रबंधक एएन सिंह ने जल विलेय उर्वरक जैसे एनपीके 18:8:18 व 17:44:0 के प्रयोग से लाभ बताया। इनका एक से दो प्रतिशत घोल धान एवं सब्जी के फसलों के लिए लाभकारी है। समितियों का व्यवसाय बढ़ाने के लिए मोनो जिंक 33 प्रतिशत व बेंटोनाइट सल्फर 90 प्रतिशत किसानों में काफी लोकप्रिय हो रहा है। क्षेत्र प्रबंधक सुनील वर्मा ने मोबाइल उर्वरक प्रबंध तंत्र के बारे में बताया। कहा कि उर्वरकों का अनुदान केंद्रों पर माल प्राप्ति के सत्यापन के उपरांत दिया जाएगा। इसलिए केंद्र प्रभारी माल की प्राप्ति अपने स्तर से पांच दिन के अंदर मोबाइल से भेजना सुनिश्चित करें अन्यथा उर्वरक आपूर्ति रोक दी जाएगी। एडीओ सहकारिता जेपी शर्मा ने आभार व्यक्त किया। स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित कार्यक्रम में करीब 75 सचिवों, प्रभारियों ने भाग लिया।


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