खलवा मोहल्ले से पुरुषों का पलायन, पसरा सन्नाटा
बलरामपुर : नगरपालिका अध्यक्ष पद के उपचुनाव में 19 जुलाई को मतदान के दौरान सूबे के जंतु उद्यान राज्यमंत्री डॉ. एसपी यादव के पुत्र राकेश यादव पर हुए जानलेवा हमले के बाद खलवा मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। पुलिस की धरपकड़ से दहशतजदा अधिकांश पुरुषों का पलायन हो गया है। सुबह से लेकर शाम तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। घरों के दरवाजे प्राय: बंद ही रहते हैं। हल्की सी आहट सुनते ही लोग सहम जाते हैं।
बता दें कि गत 19 जुलाई को इसी मोहल्ले में मतदान के दौरान भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी केडी शुक्ल के समर्थकों ने राज्यमंत्री के पुत्र समाजवादी युवजन सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश यादव पर जानलेवा हमला किया था। प्रकरण की रिपोर्ट कोतवाली नगर में उनके चालक सऊद अहमद पुत्र हसन मोहम्मद ने दर्ज कराई है। आरोप लगाया गया है कि प्रमोद शुक्ल, मुन्ना पहलवान, आलोक दूबे, अजीत शुक्ल, राजेश मिश्र, सोमेश शुक्ल, लाला दूबे सहित अन्य लोगों ने जान से मारने की नीयत से राकेश यादव पर हमला किया। प्रकरण में उपद्रव व बलवा का भी मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद पुलिस ने मामले में आरोपी राजेश कुमार मिश्र निवासी धुसाह, जितेंद्रमणि तिवारी, प्रशांत दूबे निवासी खलवा, रामकुमार गुप्त, प्रमोद कुमार व श्याम तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। अभी भी पुलिस को प्रकरण में शामिल कई अन्य लोगों की तलाश है। खलवा मोहल्ले में ही केडी शुक्ल का आवास है और अधिकांश आरोपी इसी मोहल्ले के हैं। इस कारण पुलिस की कार्रवाई का मुख्य केंद्र भी यही मोहल्ला है। पिछले दो दिनों से पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए की जा रही धरपकड़ से सहमे अधिकांश पुरुषों ने घर छोड़ दिया है। अब महिलाएं व बच्चे ही हैं। वे भी पुलिस की आमद से सहमे हैं। मंगलवार को भी पूरे दिन मोहल्ले की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। घरों के दरवाजे बंद रहे। दहशत इस कदर है कि आवाज देने के बाद भी महिलाएं घर का दरवाजा किसी भी दशा में खोलने का तैयार नहीं है। हालांकि पुलिस अधीक्षक राहुल कहते हैं कि मामले से जुड़े लोगों पर ही कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी प्रकार की ज्यादती नहीं होने पाएगी। ऐसे में अनायास दहशत में लोगों को नहीं रहना चाहिए।