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औपचारिक घोषणाओं तक सिमटा विकास का दावा

By Edited By: Published: Fri, 27 Jun 2014 01:39 AM (IST)Updated: Fri, 27 Jun 2014 01:39 AM (IST)
औपचारिक घोषणाओं तक सिमटा विकास का दावा

हरैय्या सतघरवा (बलरामपुर) : विकास खंड के लोहिया समग्र गांव ओदरहिया में विकास के दावे मात्र औपचारिक घोषणा बनकर रह गए हैं। ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, पेयजल, विद्युत, लोहिया आवास, सोलर लाइट, सीसी रोड, नाली, खड़ंजा आदि मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। इस राजस्व ग्राम पंचायत की आबादी दो हजार से अधिक है। जिसमें तीन मजरे ओदरहिया बड़की, ओदरहिया छोटकी, पिट्ठा हैं। ओदरहिया में एक भी सरकारी विद्यालय नहीं है। पिट्ठा में प्राथमिक विद्यालय स्थित है। परंतु रास्ते के अभाव में गांव के बच्चे बुनियादी शिक्षा से वंचित हैं। शिक्षामित्र अमृतलाल यादव बताते हैं कि बारिश के दिनों में स्कूल व पिट्ठा गांव से अन्य गांवों को जाना टेढ़ी खीर है। गांव में खड़ंजा नाली न होने से कीचड़ भरा है। गांव के चेतराम, लल्लन, मनीराम, जोखन, मालती का कहना है कि गांव वर्ष 2013-14 में लोहिया समग्र ग्राम घोषित हुआ था। ग्रामीणों की उम्मीद थी कि विकास की किरण यहां झलकेगी इसके बावजूद पर स्वप्न के समान साबित हुआ। गांव में जगह-जगह गंदगी का अंबार है। तैनात सफाई कर्मी व ग्राम पंचायत अधिकारी लेखपाल, एएनएम को ग्रामीण जानते व पहचानते तक नहीं हैं।

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अधूरा आवास परेशानी का शबब : गांव में सात लोगों को लोहिया आवास मिला है। जनवरी माह में आवास की दीवार खड़ी कर दी गई। आज तक छत लाभार्थियों को नसीब नहीं हो सकी है। आवास लाभार्थी रानी पत्नी गुरुचरन, प्रीती पत्‍‌नी घनश्याम, जैबुननिशा पत्‍‌नी सोहबत, सूफिया पत्‍‌नी नवाब बताती हैं कि गर्मी में चारपाई की छाया करके काटा गया है। अब बारिश में बच्चों को रहने का ठौर नहीं है। डोरीलाल, गोरे, ननके बताते हैं कि इस आवास से बेहतर हम लोगों की पुरानी झोपड़ी थी। कम से कम खुले आसमान में नौनिहाल बच्चों को लेकर नहीं रहना पड़ता था।

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पक्की सड़क की दरकार :

लोहिया समग्र गांव ओदरहिया पक्की सड़क से जुड़ा है। अधिकांश अधिकारी वहीं से जांचकर चले जाते है। गांव के पहलवान वर्मा, जितेंद्र सिंह, भग्गू पासवान का कहना है कि ओदरहिया बड़की छोड़कर अन्य मजरे पक्की सड़क, बिजली से आज तक आच्छादित नहीं हो सके हैं। गांव की मालती देवी, निराला, निर्मला देवी बताती हैं यहां अधिकांश हैंडपंप खराब हैं। नि:शुल्क बोरिंग, पशुओं का टीकाकरण, सड़क निर्माण की प्रगति काफी धीमी एवं मानकविहीन है। गांव की सफाई कर्मी नियमित नहीं आ रहा है। ग्राम सचिवालय में जंगली घास से घिरा है।

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मजरे बन जाते टापू :

ग्राम प्रधान कृष्णा देवी का कहना है कि गांव में सड़क निर्माण व सीसी रोड का कार्य चल रहा है। छोटकी ओदरहिया व पिट्ठा तक कच्ची सड़क है। बारिश के दिनों में ये मजरे टापू में तब्दील हो जाते हैं।

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विकास कार्यो की चल रही जांच :

जिलाधिकारी मुकेश चंद्र का कहना है कि लोहिया समग्र गांव में 36 बिंदुओं पर विकास कार्य कराए जाते हैं। लोहिया गांवों के विकास कार्यो की जांच चल रही है और दोषियों को दंडित भी किया जा रहा है। शीघ्र ही जांच कर दोषी लोगों को दंडित किया जाएगा।


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