बंद मिले अस्पताल और गायब मिले डॉक्टर
बलरामपुर : मुख्य चिकित्सा अधिकारी के औचक निरीक्षण में कई अस्पताल बंद मिले। कर्मचारी भी अनुपस्थित मिले तो कुछ स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्था बेपटरी दिखी। इससे नाराज सीएमओ ने दो ब्लॉकों चिकित्सा अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही संतोषजनक उत्तर न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी है।
जपनद के स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों की कमी तो है ही साथ ही विभागीय कर्मचारी भी अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिसके चलते मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। इसका खुलासा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.उपेंद्र कुमार वर्मा द्वारा लगातार किए जा रहे निरीक्षणों में सामने आ रहा हैं। बुधवार को सीएमओ ने शिवपुरा ब्लॉक के रमईडीह उपकेंद्र का प्रात: नौ बजे निरीक्षण किया। उपकेंद्र बंद पाया गया। इसी क्रम में नौ बजकर दस मिनट पर अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कौवापुर का निरीक्षण किया, जहां फॉर्मासिस्ट एमएआर सिद्दीकी अनुपस्थित मिले। साढे़ नौ बजे उपकेंद्र महराजगंज तराई का निरीक्षण किया गया तो वह भी बंद मिला। सीएमओ ने नौ बजकर पैंतालिस मिनट पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज तराई का निरीक्षण किया। यहां एएनएम अख्तर जहां 18 अप्रैल से बुधवार तक अनुपस्थित मिली। साथ ही मरीजों को वितरित की जा रही दवाओं पर विभाग की मोहर नहीं लगी मिली। सीएमओ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर का भी निरीक्षण किया। यहां पर एलटी राम लखन अनुपस्थित मिले। साथ ही केंद्र पर उपस्थित पंजिका सत्यापित नहीं की गई थी। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत 24 लाभार्थियों को योजना द्वारा दिए गए चेक का वितरण नहीं किया गया था। इन सभी कमियों के संदर्भ में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अरूण कुमार को एवं तुलसीपुर ब्लॉक के बल्देवनगर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण में मिली कमियों के केंद्र पर वित्तीय वर्ष 2013-14 के अनटाइड फंड का प्रयोग न करने, केंद्र पर नए कार्ड व काउंटर फाइल न उपलब्ध होने के कारण तुलसीपुर स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. कमाल अहमद से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। साथ ही दो दिन के अंदर जबाब देने के निर्देश दिया गया है।