जिला अस्पताल में चिकित्सक व तीमारदारों में मारपीट
बलिया: जिला अस्पताल की इमरजेंसी शनिवार की आधी रात अचानक अखाड़े में तब्दील हो गई। अस्पताल परिसर में क
बलिया: जिला अस्पताल की इमरजेंसी शनिवार की आधी रात अचानक अखाड़े में तब्दील हो गई। अस्पताल परिसर में कर्मचारियों व तीमारदारों के बीच हुई मारपीट से इमरजेंसी में भगदड़ मच गई। सूचना पाकर पहुंची पुलिस को देख उत्पात मचाने वाले फरार हो गए। इस मारपीट में ड्यूटी पर तैनात डा. संतोष कुमार सहित फार्माशिस्ट अशोक ¨सह व कर्मचारियों को चोटें आई। इसमें दूसरी तरफ से रूपेश कुमार ¨सह (27) निवासी खरौनी थाना बांसडीह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। चिकित्सकों की तहरीर पर हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी सदर कोतवाली में दर्ज कर ली गई है।
रात को अस्पताल ड्यूटी पर तैनात डा. संतोष कुमार अस्पताल कर्मचारियों के साथ इमरजेंसी में आए मरी•ाों का इलाज कर रहे थे। इसी बीच किसी मरी•ा के साथ आए कुछ छात्र चिकित्सक पर पहले इलाज करने व अन्य चिकित्सक को बुलाने का दबाव बनाने लगे। इस पर चिकित्सक के साथ तीमारदारों की बहस हो गई। इससे गुस्साए तीमारदारों ने चिकित्सक व कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच कुछ और लोग आ गए। यह देख हमलावर भागने लगे। इसी बीच लोगों ने रूपेश को पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी। इसी बीच पुलिस के आने से युवक की जान बच गई।
दलालों से घिरा हैं अस्पताल:
झुन्नू
पूर्वाचल छात्र संघर्ष समिति के संयोजक नागेंद्र बहादुर ¨सह झुन्नू ने बताया कि जिला अस्पताल पूरी तरह दलालों से घिरा हुआ है। इमरजेंसी में ड्यूटी करने वाले चिकित्सक अपने साथ दलालों को रखकर कमीशन का घिनौना खेल भी खेलते हैं। समय आने पर उन्हीं दलालों से गुण्डागर्दी भी कराते है। उन्होने इमरजेंसी में हुई मारपीट का दोषी चिकित्सक और उनके दलालों को ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
दोबारा होगा घायल का मेडिकल : सीएमएस
सीएमएस डा.जीसी मौर्या ने कहा कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हुई घटना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए घायल युवक से घटना के संदर्भ में जानकारी लेने के बाद उसका पुन: मेडिकल कराया गया है। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई का भरोसा देते हुए सीएमएस ने जांच अधिकारी डा. अर¨वद ¨सह को बनाते हुए घटना के समस्त पहलुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर देने का निर्देश दिया हैं।