कमाए धन का बचत करना कुशलता का परिचायक
बलिया : आजीविका के लिए धन कमाना कुशलता है लेकिन उससे भी ज्यादा कुशलता कमाए हुए धन को बचत करने मे
बलिया : आजीविका के लिए धन कमाना कुशलता है लेकिन उससे भी ज्यादा कुशलता कमाए हुए धन को बचत करने में है। शनिवार को उक्त बातें कुंज विद्यापीठ हथौज सभागार में आयोजित स्वयं सहायता समूह के पदाधिकारियों के नेतृत्व क्षमता विकास प्रशिक्षण में बतौर मुख्य अतिथि अग्रणी जिला प्रबंधक रंजीत ¨सह ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकारी व गैर सरकारी संस्थाएं बचत की इसी आदत को प्रोत्साहित कर ग्रामीण विकास व व्यक्तिगत स्वावलंबन में लगी है। नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक एके झा ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के माध्यम से बचत के साथ-साथ अन्य सरकारी सुविधाएं जैसे अटल पेंशन योजना, कृषि बीमा योजना, जीवन ज्योति जीवन सुरक्षा, स्वरोजगार प्रशिक्षण से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं अपने व अपने परिवार को स्वावलंबी बना सकती हैं। प्रशिक्षण को सेंट्रल बैंक आफ इंडिया मनियर के शाखा प्रबंधक हरदत्त साहू, राधेश्याम ¨सह, पूर्वांचल बैंक खेजुरी के शाखा प्रबंधक त्रिवेणी प्रसाद गुप्त आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर राजेंद्र शर्मा, सुरेंद्र राजभर, कुसुम साह, शशांक, आरती वर्मा, श्वेता राय आदि मौजूद थीं। संचालन धनंजय राय ने किया। आभार परियोजना निदेशक अंजनी कुमार गिरि ने व्यक्त किया।