जयंत ने गंवाई आंख, सूर्पणखा की कटी नाक
रसड़ा (बलिया) : श्री जंगली बाबा की तपोस्थली जाम गांव में रामलीला के पांचवें दिन जयंत पक्षी का अंग-भंग
रसड़ा (बलिया) : श्री जंगली बाबा की तपोस्थली जाम गांव में रामलीला के पांचवें दिन जयंत पक्षी का अंग-भंग, सूर्पणखा का नाक-कान काटे जाने तथा खर-दूषण वध का कलाकारों ने जीवंत मंचन किया। वन गमन के बाद माता जानकी अपनी कुटिया के बाहर बैठी हुई थीं कि उसी समय जयंत पक्षी सीता जी के पैरों में चोंच मारकर लहूलुहान कर दिया। श्रीराम उस पक्षी को मारने के लिए तीर छोड़ दिए। जयंत पक्षी अपनी जान बचाने के लिए कई देवी-देवताओं की शरण में पहुंचा जहां उनके द्वारा यह बताया गया कि तुमने यह कृत्य कर घोर पाप कर दिया है। इसके लिए तुम्हें प्रभु श्रीराम की चरणों में गिरकर माफी मांगनी होगी। जब तक जयंत भगवान श्रीराम से माफी मांगता तब तक उनके द्वारा छोड़ा गया तीर उसकी आंख को भंग कर दिया। दूसरे प्रसंग में श्रीराम, मां सीता व भैया लक्ष्मण विचरण कर रहे थे कि इस बीच रावण की बहन सूर्पणखा सुंदर वेश धारण कर उनके पास पहुंचती है और शादी का प्रस्ताव रखती है उनके द्वारा बार-बार इंकार किए जाने पर वह अपना राक्षसी रूप भी दिखाना शुरू कर दी। प्रभु श्रीराम का इशारा पाते ही लक्ष्मण सूर्पणखा का नाक व कान काट दिए। लीला में लक्ष्मण पांडेय, सुभाष प्रसाद, हरिनारायण चौहान, आशीष गुप्त, हिटलर राम, चंद्रशेखर लाल, जयराम ¨सह, प्रभुनाथ वर्मा, चंद्रशेखर लाल, पंकज आदि की सराहनीय भूमिका रही।