शारदीय नवरात्र : घोड़े पर आएंगी, मुर्गा पर जाएंगी मां दुर्गा
बैरिया (बलिया) : भारतीय संस्कृति में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्र
बैरिया (बलिया) : भारतीय संस्कृति में शारदीय नवरात्र का विशेष महत्व है। नौ दिनों तक चलने वाली नवरात्र में दुर्गा के नौ रूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी व सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस बार शारदीय नवरात्र 10 दिनों तक चलेगा। शनिवार को कलश स्थापना के बाद प्रथम रूप शैलपुत्री की पूजा होगी। दो अक्टूबर को सुबह 5.53 बजे द्वितीया तिथि लग रही है। जो तीन की सुबह 7.44 बजे तक रहेगी। सूर्योदय के बाद इसके खत्म होने के कारण पूरा दिन द्वितीया तिथि मानी जाएगी। इसी कारण नवरात्र 10 दिनों का हो रहा है। तृतीया- चार को, चतुर्थी- पांच को, पंचमी- छह को, षष्ठी-सात को, सप्तमी-आठ को, अष्टमी- नौ को, नवमी- 10 को व दशमी 11 अक्टूबर को है।
नवरात्र का बढ़ना शुभ
शारदीय नवरात्र का बढ़ना शुभ होता है। इससे सुख व समृद्धि आती है। इस संबंध में धतुरी टोला गांव निवासी पं. वशिष्ठ नारायण पांडेय शास्त्री ने बताया कि आमतौर पर नवरात्र नौ दिनों का होता है। कभी-कभी तिथि घटती-बढ़ती है। नवरात्र का बढ़ना शुभ माना जाता है। यह सुख, शांति व समृद्धि का सूचक है।
गजकेशरी योग में नवरात्र आरंभ होना शुभ फलदायक:
शारदीय नवरात्र अश्विनी मास के शुक्ल पक्ष एक अक्टूबर से आरंभ हो रहा है। इस बार गजकेशरी योग में शारदीय नवरात्र आरंभ हो रहा है जो शुभ फलदायक है। इसी दिन कलश स्थापना होगी। इसके बाद से दुर्गापूजा आरंभ होगा। इस वर्ष मां दुर्गा का आगमन अश्व व गमन मुर्गा पर होगा। पं.शास्त्री ने बताया कि अश्व यानि घोड़ा पर आगमन एवं मुर्गा पर गमन शुभ फलदायक है। शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन एक अक्टूबर को सूर्योदय के बाद से ही कलश स्थापना व शारदीय नवरात्र आरंभ हो जाएगा।