बैरिया क्षेत्र में हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई
बैरिया (बलिया) : क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बैरिया वन रेंज में हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का आरोप लगाते
बैरिया (बलिया) : क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बैरिया वन रेंज में हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का आरोप लगाते हुए कहा है कि वन विभाग की मिलीभगत से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि कटान व प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे इस क्षेत्र में पौधरोपण के नाम पर वर्षों से भारी गोलमाल होता रहा है। वहीं हरे पेड़ों की बड़े पैमाने पर कटाई इस बात को प्रमाणित कर रहा है कि पर्यावरण रक्षा व हरियाली बढ़ाने के लिए नियुक्त लोग निष्ठा व ईमानदारी से कार्य नहीं कर रहे हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि क्षेत्र से बीजू आम के पेड़ पहले ही वन माफियाओं के शिकार होकर अपने अस्तित्व को गंवा बैठे हैं। अब नीम, जामुन, बरगद, पीपल व महुआ के पेड़ खूब काटे जा रहे हैं। जिनकी जिम्मेदारी पेड़ कटाई रोकने की है। वही लोग अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए पेड़ काटने वाले को संरक्षण दे रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों ने जिलाधिकारी व डीएफओ बलिया से क्षेत्र में अंधाधुंध हो रही हरे पेड़ों की कटाई पर तत्काल रोक लगाने को उचित कार्रवाई की मांग की है।
जांच कराई जाएगी : उपजिलाधिकारी
बैरिया के उपजिलाधिकारी अर¨वद कुमार ने कहा है कि हरे पेड़ों की कटाई का मामला संज्ञान में है। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के आला अफसर को लिखा जाएगा।