..वो आसमां थे और सिर झुका के चलते थे
बलिया : लोक नायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति की उपज व विधानसभा में अपनी ओजस्वी वाणी व संसदीय
बलिया : लोक नायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति की उपज व विधानसभा में अपनी ओजस्वी वाणी व संसदीय प्रणाली की जानकारी की बदौलत सरकार व विपक्ष को मौन करने की अभूतपूर्व क्षमता रखने वाले विधानसभा क्षेत्र कोपाचीट (अब फेफना) से चार बार विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री रहे गौरी भइया की 18वीं पुण्यतिथि शनिवार को सागरपाली स्थित गौरी भइया प्रतिमा स्थल पर मनाई गई।
राज्य सभा सांसद नीरज शेखर, प्रदेश सरकार के मंत्री रामगो¨वद चौधरी, पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी सहित विशिष्ट जनों ने उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने कहा कि गौरी भइया जैसा महान व्यक्तित्व राजनीति में बिरले ही मिलते है। माटी का वह महान जननेता जिसने ताउम्र समाजवाद की चादर ओढ़े रखी और राजनीति में सेवा की एक बेहतरीन परंपरा कायम की।
कहा मै स्वयं गौरी भइया के बताए रास्ते पर चलने का सतत प्रयास करता हूं। पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि 'किसी को हो न सका उनका अंदाजा, वो आसमां थे पर सर झुका के चलते थे' से ही प्रारंभ की। कहा कि गौरी भइया की छाप विधानसभा क्षेत्र पर ही नहीं पूरे जनपद में अमिट थी। वे अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति हमेशा सजग रहते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैबिनेट मंत्री रामगो¨वद चौधरी ने गौरी भइया के कृतित्व व व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के साथ गौरी भइया के रिश्तों को भी श्री चौधरी ने विस्तार से बताया। जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर पासवान ने कहा कि गौरी भइया भले ही हमारे बीच नहीं है पर वे आज भी युवाओं के लिए राजनीति के आईकान हैं। श्रद्धांजलि सभा में गौरी भइया की पत्नी ममता ¨सह व उनके पुत्र सिद्धार्थ शंकर ¨सह गोलू ने अतिथियों का स्वागत किया।
श्रद्धांजलि सभा में पूर्व जिलाध्यक्ष यशपाल ¨सह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राज मंगल यादव, झुल्लन भैया, वंश बहादुर ¨सह, हृदयानंद ¨सह, प्रधान दाऊजी ¨सह आदि मौजूद थे। संचालन पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राणा प्रताप ¨सह ने किया। आभार गौरी भइया महाविद्यालय के प्रबंधक रघुराज प्रताप ¨सह राजा ने जताया।