शिक्षा का बाजारीकरण राष्ट्र के लिए अभिशाप
रसड़ा (बलिया) : शिक्षा का बाजारीकरण न केवल समाज अपितु संपूर्ण राष्ट्र के लिए अभिशाप बनता जा रहा है
रसड़ा (बलिया) : शिक्षा का बाजारीकरण न केवल समाज अपितु संपूर्ण राष्ट्र के लिए अभिशाप बनता जा रहा है और इस कारण निर्धन बच्चे शिक्षा पाने के अवसर से वंचित हो रहे हैं। इसके विरुद्ध जन जागरण अभियान संचालित किए जाने की आवश्यकता है ताकि शिक्षा अपने उद्देश्यों की दिशा में अग्रसर हो सके। इमामिया इंटर
कालेज के 36वें सालाना जलसे पर गुरुवार को मुख्य अतिथि बसपा विधायक उमाशंकर ¨सह ने उक्त उद्गार व्यक्त किया। कहा कि तालीम, तहजीब व इंसानियत का भाव पैदा करती है और इस भाव को विकसित करने में शिक्षा व गुरुजनों के साथ माता-पिता की भी गुरुत्तर भूमिका है। विद्यालय के प्रबंधक सै.मुजतबा हुसैन ने मुख्य अतिथि का अभिवादन कर विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अवार्डों के बारे में विस्तृत प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि ने विद्यालय के प्रतिभावान विद्यार्थियों को शेरवानी अवार्ड सहित शमसुल हसन उर्दू अवार्ड तथा चंद्रदेव पांडेय संस्कृत अवार्ड से नवाजा। उन्होंने कु.अंजली वर्मा, कु. जैनब, मनीषी सोनी, रूची मौर्या, रूखसार फातिमा को चेक प्रदान कर उन्हें शेरवानी एवार्ड से सम्मानित किया। तत्पश्चात जैनब च्या, नाहिद फातिमा, मांसी सोनी, शिखा सोनी आदि छात्र-छात्राओं को शमसुल हसन उर्दू अवार्ड व चंद्रदेव पांडेय संस्कृत अवार्ड से नवाजा। प्रशासनिक अधिकारी सै.अहमद ने विधायक के जन कल्याणकारी कार्यक्रम की प्रशंसा की। सौकत वाजिदी ने राष्ट्रीय गीत प्रस्तुत कर एक तरफ जहां खूब तालियां बटोरी वहीं विद्यालय की छात्र-छात्राओं ने नातियां कलाम, सरस्वती वंदना, स्वागत गीत, राष्ट्र भक्ति गीत सुनाकर लोगों को भाव विभोर कर दिया। विद्यालय की अनेक समस्याओं की ओर ध्यान दिलाए जाने पर विधायक ने निधि से एक कक्ष बनाने की घोषणा की। प्रधानाचार्य
अंजनी कुमार पाएडेय व प्रभारी मांटेसरी समीम अहमद ने आभार व्यक्त किया। अध्यक्षता सै.नजमुल हसन व संचालन सै.अहमद ने किया।