संघ का कार्य सर्वव्यापी व सर्वस्पर्शी
रसड़ा (बलिया): भारत ¨हदू राष्ट्र है। इसी उदात्त विचार धारा के आधार पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की कार
रसड़ा (बलिया): भारत ¨हदू राष्ट्र है। इसी उदात्त विचार धारा के आधार पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की कार्य पद्धति पिछले 90 वर्षों से चल रही है। संघ का विस्तार सर्व सर्व दूर अर्थात सर्व व्यापी एवं सर्वस्पर्शी हुआ है। यह विचार संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य महावीर के हैं। वह स्थानीय मथुरा पीजी कालेज में रविवार को एकत्रीकरण कार्यक्रम के दौरान स्वयं सेवकों को संबोधित कर रहे थे। कहा हमारी अभिनव कार्य पद्धति का अद्वितीय स्वरूप शाखा है। शाखा के माध्यम से व्यक्ति निर्माण का कार्य अब परिणाम देने लगा है। स्वयं सेवकों ने अपने धैर्य, दूर ²ष्टि, बुद्धिमता एवं दक्षता के कारण अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। कहा देश विभाजन के समय स्वयं सेवकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों में 1947, 1965 व 1971 के पाकिस्तान युद्ध में भारतीय सेना का सहयोग किया। 1963 में पं. जवाहर लाल नेहरू ने गणतंत्र दिवस पर संघ को परेड में शामिल होने का निमंत्रण दिया। आज देश के विभिन्न क्षेत्र में संघ का अतुलनीय योगदान है। साथ ही समाज के लिए संघ अनगिनत कार्य कर रहा है। कार्यक्रम में विभाग संघ चालक आत्मा ¨सह, प्रांत प्रचारक मुकेश, जिला प्रचारक समरेंदु, नगर प्रचारक रूद्र प्रांजल, प्रांत कार्यवाह डा.भगत ¨सह, विभाग प्रचारक सुरजीत, रवि कुमार आर्य, मनोज सोनी, संजय जायसवाल सहित सैकड़ों स्वयं सेवक मौजूद थे। संचालन कन्हैया प्रसाद ने किया।