गुरु चरणों में नवाया शीश, लिया आशीष
बलिया : गुरु परब्रह्म तुल्य होता है व उनकी कृपा से शिष्यों के अंत:करण में स्थित अज्ञानता का अधंकार स
बलिया : गुरु परब्रह्म तुल्य होता है व उनकी कृपा से शिष्यों के अंत:करण में स्थित अज्ञानता का अधंकार समूल नष्ट हो जाता है। जो श्रद्धा से गुरु की सेवा करता है उसकी विद्या सार्थक होती है।
उक्त उद्गार अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य ध्रुवपति पांडेय के हैं। वे नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर उमा विद्यालय जीराबस्ती, बलिया में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ करने के पश्चात उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र पांडेय ने कहा कि कर्म के आधार से ही कोई श्रेष्ठ होता है। महर्षि वेदव्यास जी गुरुओं के गुरु थे। उन्होंने महाभारत जैसे पवित्र ग्रंथ की रचना की जा भारतीय संस्कृति की आस्था का केंद्र है। कर्ण, शिवाजी, स्वामी विवेकानंद जैसे महान पुरुष गुरुओं की कृपा से ही श्रेष्ठता को प्राप्त किए। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने प्रथम गुरु माता-पिता को कदापि नहीं भूलना चाहिए। उनके प्रति सदैव श्रद्धा के भाव होने चाहिए। आचार्य हरेंद्र नाथ मिश्र ने कहा कि वर्तमान समय में आचार्य शिष्य परंपरा में गिरावट आयी है जिसे समाप्त करने की आवश्यकता है। अतिथियों का परिचय वरिष्ठ आचार्य रामकुमार ने कराया। संचालन निर्मल यादव आचार्य ने किया। इस मौके पर बृजेश राय, सत्येंद्र नाथ त्रिपाठी, उमाशंकर, ज्ञानेंद्र पाठक, अरुण ¨सह, आनंद पांडेय, प्रमोद कुमार आदि मौजूद थे।
इसी क्रम में कुंवर ¨सह चौराहा स्थित मार्डन को¨चग पर गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। को¨चग के निदेशक रौशन ¨सह चंदन ने सर्व प्रथम परमहंस स्वामी हरिनारायण ब्रह्मचारी के चित्र पर पूजन अर्चन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक कुमार ¨सह ने कहा कि जो तत्वज्ञान दे वही होता है सच्चा गुरु। प्रबंधक बृजेश कुमार बब्लू ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में अनुज अग्रहरि, सागर ¨सह राहुल, अमित ¨सह, अजय यादव, रोहित ¨सह, मयंक ¨सह, समीर, मोहन, कृष्णा आदि मौजूद थे। समापन के बाद बैरिया स्थित दलकी नं.एक गांव में ब्रह्मचारी जी के आश्रम पर पूजन-अर्चन किया गया। वहीं संकीर्तन के समापन पर प्रसाद वितरण हुआ। इस मौके पर पं.तारकेश्वर पांडेय, देवेंद्र ¨सह, मदन ¨सह आदि मौजूद थे।
रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार गुरू पूर्णिमा उत्सव पर लोगों ने जहां अपने गुरुओं को याद किया वहीं मंदिरों व मठों में यज्ञ, हवन व प्रसाद वितरण किया गया। क्षेत्र के कंसो अमरनाथ के मठ पर महंत राम¨ककर दास ने गुरू पूर्णिमा उत्सव धूम-धाम से मनाया व भंडारा का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया। श्रीनाथ मठ पर भी आयोजन हुआ। मां दक्षिणेर्श्वरी काली मंदिर पर पुजारी विजय शंकर मौर्य ने अपने गुरू को याद किया। इसी क्रम में स्टेशन रोड शिव मंदिर पर भी कीर्तन पूजन के साथ गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।
चितबड़ागांव प्रतिनिधि के अनुसार गुरुधाम आश्रम में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुजी भरत उपाध्याय का भक्तों व शिष्यों द्वारा भव्य स्वागत व पूजन अर्चन किया गया। मानपुर मौजा स्थित गुरुधाम में नवनिर्मित आश्रम का गुरुजी भरत उपाध्याय ने फीता काटकर उद्घाटन किया गया। शिष्यों को संबोधित करते हुए गुरु जी ने कहा कि शास्त्रों में गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊपर माना गया है। गुरुसेवा समिति के अध्यक्ष अर्चना तिवारी, प्रबंधक अभय तिवारी उपप्रबंधक अखिलेश द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर भीमसेन तिवारी, श्रीराम तिवारी, दीपक मिश्र, शंकरदानी आदि मौजूद थे।
भरौली प्रतिनिधि के अनुसार कोटवा नरायनपुर ग्राम में आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में गुरु पूर्णिमा पर मौनी स्वामी के मंदिर में, शंकर मंदिर में सुबह रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। शैलेश चौधरी पप्पू ने पूजन-अर्चन के बाद कैंपस में डा.एपीजे अब्दुल कलाम के स्मृति में पौधरोपण किया। डा.चंद्रशेखर उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया। मौनी स्वामी के मठाधीश अजय भारती ने सबका अभिवादन किया। इस अवसर पर प्रमोद उपाध्याय, महंत नरायण भारती, कृष्ण देव राय, अशोक राय आदि मौजूद थे।