खतरा निशान के करीब पहुंची गंगा
बलिया : जनपद में गंगा के जलस्तर में हो तेजी से बढ़ाव से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया। नदी गायघाट गे
बलिया : जनपद में गंगा के जलस्तर में हो तेजी से बढ़ाव से लोगों में दहशत व्याप्त हो गया। नदी गायघाट गेज पर शुक्रवार की शाम को खतरा ¨बदु 57,615 के सापेक्ष 57,490 मीटर पर बह रही थी। पानी का बढ़ाव तीन सेमी प्रतिघंटा रहा। वहीं घाघरा का जलस्तर घटाव पर रहा। गंगा के जल स्तर में हो रहे तेजी से बढ़ाव से तटवर्ती इलाकों में दहशत पैदा हो गया है। नदी कई ठोकरों पर दबाव बनाने शुरू कर दी है। वहीं तेजी से हो रहे कटान से लोग अपना आशियाना छोड़ने लगे है।
बैरिया प्रतिनिधि के अनुसार गंगा में तेजी से हो रहे बढ़ाव के कारण तटवर्ती लोग दहशत में हैं। तटवर्ती निचले इलाकों में फसलें डूब चुकी है। चौबेछपरा, श्रीनगर, जगदीशपुर, नरदरा सहित आधा दर्जन गांवों के सामने गंगा का कटान तेज हो गया है। राहत व बचाव के नाम पर अभी तक शासन व प्रशासन द्वारा कुछ भी नहीं किया गया है, न ही बाढ़ विभाग के लोग भी कटान स्थलों के इर्द-गिर्द नजर आ रहे हैं। इससे जनता में आक्रोश व्याप्त है।
प्रशासन मुश्तैद : विधायक
विधायक जयप्रकाश अंचल ने कहा कि बाढ़ को लेकर प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश मुख्यमंत्री दे चुके हैं। अभी स्थिति सामान्य है, जहां भी जरूरत पड़ेगी, प्रशासन पूरी मुश्तैदी के साथ मदद करेगा।
कटान में समा रहे मकान
दोकटी (बलिया): गंगा की जलस्तर में वृद्धि साथ ही कटान जारी रहा। जगदीशपुर निवासी बालेश्वर पांडेय की मकान गंगा में देखते ही देखते विलीन हो गई। वहीं बगल में स्थित शिवालय भी कटान की जद में आकर उसका चबूतरा गंगा में चला गया। उत्तरी नरदरा में स्थित स्पर संख्या आठ व नौ के बीच का पी¨चग कटान की जद में आने से स्पर संख्या नौ के साथ ही दलित बस्ती नरदरा पर कटान का दबाव बढ़ने लगा है। गुरुवार को अचानक स्पर संख्या आठ का आधा भाग धराशाई हो गया। उसके धराशाई होते ही उत्तरी भुसौला में राजराज पासवान के घर के पास व सती घाट भुसौैला, जगदीशपुर में भी कटान तेजी से होने लगा। स्पर संख्या आठ व नौ के बीच का पी¨चग कटान के चलते गंगा में समाहित हो गया। इसके कारण बैकरो¨लग कटान जारी है।
नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
उपजिलाधिकारी बैरिया राधेश्याम पाठक ने गुरुवार को निरीक्षण के दौरान बाढ़ विभाग के अधिकारियों को स्पर सहित बस्ती की सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश दिया था। इसके बावजूद बाढ़ विभाग का कोई अधिकारी कटान स्थल पर नहीं पहुंच सका था।
डीएम के आदेश ठेंगे पर, नहीं डाली गई बालू की बोरियां
बिल्थरारोड (बलिया): जनपद के आखिरी छोर पर स्थित बिल्थरारोड के तटवर्ती इलाकों में घाघरा की तेज कटान से जारी तबाही से बचाव को विभागीय लापरवाही अब भी जारी है। डीएम के आदेश के करीब 12 दिन बाद भी अब तक यहां कटानरोधी कार्य शुरू नहीं किया जा सका। हालांकि संबंधित ठेकेदार ने आनन-फानन में बालू की बोरियां तो तैयार कर ली ¨कतु नदी के जलस्तर में लगातार जारी घटाव के बावजूद अब तक तटवर्ती इलाकों में एक भी बोरी नहीं डाली जा सकी। इससे अन्य उपजाऊ भूमि लगातार नदी में समाती जा रही है। 19 जुलाई को क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद डीएम मुरली मनोहर लाल ने कटान प्रभावित इलाकों का दौरा किया था। चैनपुर गुलौरा के समीप हाहानाला-तुर्तीपार तटबंध व उपजाऊ भूमि से सीधे टकराती नदी की धारा से हो रही तबाही से बचाव को तत्काल तटवर्ती इलाकों में बालू की बोरियां डालने का आदेश दिया था। क्षेत्रीय विधायक गोरख पासवान ने कहा कि चैनपुर गुलौरा को घाघरा के कटान से बचाव को विभागीय अधिकारियों से बात की गई है। जल्द ही बालू की बोरियां नदी में डाली जाएगी।