पुलिसिया उत्पीड़न के विरुद्ध कर्मियों ने खोला मोर्चा
बलिया : उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तत्वावधान में राजस्व कर्मियों ने बैरि
बलिया : उत्तर प्रदेशीय मिनिस्ट्रीयल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तत्वावधान में राजस्व कर्मियों ने बैरिया तहसील में कार्यरत उर्दू अनुवादक व बासंडीह तहसीलदार कोर्ट के एएमजे पर किए गए पुलिसिया उत्पीड़न के विरुद्ध कलेक्ट्रेट में धरना दिया। इस दौरान सिकंदरपुर में भी कर्मियों ने तहसील में कार्य बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया। कर्मियों ने कहा कि बैरिया में उर्दू अनुवादक के पद पर कार्यरत सिकंदरपुर के किकोढ़ा निवासी गुलाम मुस्तफा का गांव में ही कुछ लोगों से भूमि संबंधी विवाद चल रहा है। मामले को लेकर पुलिस ने तीस जून को गुलाम मुस्तफा को घर से घसीटते हुए थाने में ले जाकर बंद कर दिया। पुलिस ने कर्मी से मोबाइल फोन भी छीन लिया और फर्जी मुकदमा में चालान कर दिया। मामले को लेकर कर्मियों ने जिलाधिकारी से लगायात अन्य अधिकारियों के यहां भी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी तरह से बांसडीह तहसीलदार कोर्ट में एएमजे के पद पर कार्यरत नगर के घुरहू नारायण के छपरा निवासी सुनील कुमार को मोहल्ले के कुछ लोगों ने आपसी रंजिश में मारपीट कर घायल कर दिया। सुनील जब इसको लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने गए तो पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाए इनको ही बंद कर दिया। बाद में दबाव पड़ने पर पुलिस ने सुनील की ओर से भी मुकदमा दर्ज किया लेकिन धाराओं को हल्का कर दिया जबकि सुनील पर कई गंभीर धारा में अपराध दर्ज किया गया है। कहा कि मामले में कार्रवाई हेतु जिलाधिकारी ने एक सप्ताह का आश्वासन दिया है और यदि इस दौरान इसका अनुपालन नहीं हुआ तो कर्मी व्यापक स्तर पर आंदोलन करेंगे। धरना में अध्यक्ष अनील कुमार गुप्त, मंत्री बृजबिहारी ¨सह, सुमंत कुमार ¨सह, उमेश प्रसाद, मीना शर्मा, राकेश श्रीवास्तव, श्रीराम प्रसाद, हरींद्र नाथ ¨सह आदि मौजूद थे।
सिकंदरपुर में भी कामकाज किया ठप
सिकंदरपुर (बलिया) : राजस्व कर्मी पर पुलिस द्वारा किए गये दुर्व्यवहार के विरोध में तहसील कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। इससे तहसील के सभी कामकाज ठप पड़ गए। हड़ताली कर्मियों ने कहा है कि जब तक संबंधित पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किया जाएगा कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।