आग से 50 झोपड़ियां राख, बालिका जिंदा जली
बलिया: बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के सारंगपुर में गुरुवार की देर शाम लगी आग से 50 रिहायशी झोपड़ियां राख
बलिया: बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के सारंगपुर में गुरुवार की देर शाम लगी आग से 50 रिहायशी झोपड़ियां राख हो गई जबकि 6 वर्षीय सोनी पुत्री बब्बन ¨जदा जल मरी। अगलगी में लाखों की क्षति हुई। घटना के बाद कोहराम मच गया।
अगलगी के समय बालिका झोपड़ी में थी और भाग नहीं सकी। आग के बीच घिरने से वह ¨जदा जल मरी। रात में मृतका के परिवार वालों ने समझा कि वह डर के मारे भागकर कहीं सो गई होगी। रात में काफी तलाश के बाद भी उसका पता नहीं चल सका था। शुक्रवार को सुबह शव के पास कुछ जानवरों का झुंड देख लोगों को शक हुआ। बालिका का शव देख लोग अवाक हो गए।
उधर हादसे की जानकारी के बाद शुक्रवार को डीएम मुरली मनोहर लाल ने मृतक की मां को चार लाख का राहत चेक दिया।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने गांव में जाकर 31 अग्निपीड़ितों को प्रति व्यक्ति सात हजार नौ सौ का चेक प्रदान किया। साथ ही तहसीलदार हीरालाल को निर्देश दिया कि कोई भी अग्निपीड़ित यदि छूट गया हो तो उसे भी राहत राशि दें।
------------------------
-चेक देते समय भर गई डीएम की आंखें
डीएम जब सोनी की मां को चेक देने पहुंचे तो वहां उसकी स्थिति देख उनकी आंखें भर आई। मृतक की मां ने रो-रो कर अपनी व्यथा डीएम को सुनाई। जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि हर परिस्थिति में जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया जाएगा। इसके लिए एसडीएम व तहसीलदार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। जिला पंचायत सदस्य नागेंद्र बहादुर ¨सह झुन्नू ने भी अग्निपीड़ितों की पीड़ा सुनी। साथ ही अन्य सहायता दिलाने का आश्वासन दिया।
-इन लोगों की जली झोपड़ियां
बीरबल, विक्रमा, बच्चा यादव, शिवजी, चन्द्रावती, घुरा, भिखारी, राजेन्द्र, मुन्ना, परशुराम, राजेन्द्र, ईश्वरदयाल, राजाराम, हरेराम, जयराम, बलराम, छोटक, घुरूल, सुमित्रा, महादेव, हरिहर, हीरालाल, ददन, जवाहर, अशरफी, शिवमंगल, शिवकुमार, छोटक आदि का आशियाना राख हो गया।