62 स्कूलों की जांच में 40 पर गाज गिरना लगभग तय
बलिया : शिक्षा के व्यवसायीकरण के युग में नियमों को ताक पर रख संचालन करने वालों का खेल अब समाप्त होने
बलिया : शिक्षा के व्यवसायीकरण के युग में नियमों को ताक पर रख संचालन करने वालों का खेल अब समाप्त होने वाला है। बिना भूमि, बिना आधारभूत संरचना तथा बिना छात्र संख्या के ही छात्रवृत्ति लेने वाले 62 स्कूलों में कम से कम 40 स्कूलों पर गाज गिरनी तय हो गई है। ऐसे विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने तथा संबंधित लोगों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी द्वारा कराई जा रही जांच में इस तरह की कार्रवाई के संकेत स्वयं जिलाधिकारी ने दिए है। डीएम यशवंत राव के मुताबिक जिले में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक के ऐसे स्कूल है जिनके पास अपनी भूमि ही नहीं है और उन्होंने कूट रचित तरीके से विद्यालय की मान्यता करा ली है। कुछ विद्यालय ऐसे भी है जिनके पास अनुमन्य आधारभूत संरचना ही नहीं है और उन्हें मान्यता मिल गई है। कुछ विद्यालय तो ऐसे है जिनके पास कमरे की संख्या दहाई में भी नहीं है और उनके पास छात्र संख्या हजारों में है। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से जहां जनपद में जुगाड़ तकनीक के सहारे स्कूल संचालन करने वालों के हड़कंप की स्थिति है।
कमरे है 12 और छात्र 4200
जिलाधिकारी यशवंत राव ने कहा कि जिले में एक विद्यालय ऐसा है जहां कमरे तो मात्र 12 है पर पंजीकृत छात्रों की संख्या 4200 से अधिक है। कहा कि परीक्षा में केंद्र न बना पहला संदेश तो दे दिया गया है सिर्फ ही मान्यता वापस ले अंतिम कड़ा संदेश दिया जाएगा। विद्यालय का नाम पूछने पर जिलाधिकारी ने कहा थोड़ा इंतजार करें। हालांकि जब एक मीडिया कर्मी ने उस स्कूल का नाम बताया तो डीएम मुस्कराकर टाल गए।