विद्युत कर्मी उतरे सड़क पर, दिया धरना
बलिया : केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर विद्युत कर्मियों ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संय
बलिया : केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर विद्युत कर्मियों ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजकत्व में शनिवार को वितरण खंड दो के कार्यालय में अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में धरना दिया। इस मौके पर उन्होंने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। चेतावनी दी कि अगर उनकी आठ सूत्रीय मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया तो वे आंदोलन तेज करने को बाध्य होंगे।
धरना को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के जिला संयोजक वीर बहादुर सिंह ने कहा कि 14 जनवरी 2000 को ऊर्जा विभाग के पुनर्गठन के नाम पर तत्कालीन राज्य विद्युत परिषद के हुए विभाजन के विरोध में विभागीय कर्मियों द्वारा हड़ताल की गई थी। उस दौरान सरकार व कमेटी के बीच हुए समझौते के बाद भी उसका अनुपालन नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 19 वर्षो में तीन पदोन्नति व संबंधित वेतनमान की जगह अगला ग्रेड पे व एसीपी की व्यवस्था दी जा रही है।
टाइम स्केल व पदोन्नति पर मिलने वाली वेतन-वृद्धि रोक दी गई है। साथ ही परियोजनाओं के भत्ते भी खत्म कर दिए गए हैं। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के देयों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कर्मचारियों की कमी से विभाग जूझ रहा है फिर भी कर्मियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। इसे संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। धरना को वीएस पांडेय, अरुण सिंह, दीनानाथ, सत्येंद्र कुमार, विजय शंकर पांडेय, बैरिस्टर पांडेय, कौशल कुमार पांडेय, गजेंद्र सिंह, प्रमोद आदि ने संबोधित किया।
अध्यक्षता वीवी सिंह सिंह व संचालन संतोष कुमार सिंह ने किया। इसी क्रम में उप खंडीय कार्यालय पर भी धरना दिया गया। विद्युत मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष सहदेव चौबे ने कहा कि 24 जनवरी को शक्ति भवन लखनऊ में क्रमिक अनशन किया जाएगा। इतने पर भी सरकार का रवैया नहीं बदलता है तो 10 फरवरी को लखनऊ में विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन कर पूरे प्रदेश में काम बंद आंदोलन शुरू किया जाएगा।
धरना को सुनील सिंह, योगेंद्र प्रसाद, रवींद्र पांडेय, रमैया दुबे, सत्य नारायण, जय प्रकाश सिंह आदि ने संबोधित किया।