डीएम की अगुवाई में बैंकर्स की 'डीएलआरसी' मीटिंग का बहिष्कार
बलिया : जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय पर बैंकर्स में उस समय अफरातफरी मच गई जब जिलाधिकारी यशवंत राव ने
बलिया : जिलाधिकारी के कैंप कार्यालय पर बैंकर्स में उस समय अफरातफरी मच गई जब जिलाधिकारी यशवंत राव ने अपने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ मीटिंग का बहिष्कार कर दिया और कहा कि जब तक बैंकर्स सरकार की योजनाओं को प्राथमिकता नहीं देंगे तब तक कोई मीटिंग नहीं होगी। उक्त प्रकरण भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि एस श्रीधरन की उपस्थिति में हुआ। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि वह सेंट्रल बैंक आफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक व इलाहाबाद बैंक के प्रबंधक पर एफआइआर दर्ज कराएं।
जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पर बुधवार की शाम चार बजे से डीएम की अध्यक्षता वाली डीएलआरसी (डिस्ट्रिक लेवल रिव्यू कमेटी) की बैठक होनी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि की मौजूदगी में जैसे ही मीटिंग शुरू हुई जिलाधिकारी ने एलडीएम से सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की प्रगति मांगी तो एलडीएम ने हाथ खड़े कर दिए। कहा कि बैंकर्स हमारी सुनते ही नहीं। इसी पर जिलाधिकारी भड़क गए और मीटिंग का ही बहिष्कार कर दिया। कहा कि जब तक बैंक सरकार की योजना का कार्य प्राथमिकता से नहीं करेंगे तब तक बैंकर्स संग कोई बैठक नहीं होगी। डीएम के मीटिंग बहिष्कार करते ही सभी प्रशासनिक अधिकारी बैठक हाल से बाहर निकल गए। इस दौरान जिलाधिकारी ने लीड बैंक मैनेजर अभय कुमार सिन्हा को खूब खरी-खोटी सुनाई। कहा कि मिनी कामधेनू डेयरी, ग्रामोद्योग विभाग आदि की एक भी फाइल अब बैंकर्स ने नहीं निपटाई है। साथ ही साथ प्रधानमंत्री जनधन योजना में खाता खोलने में भी उदासीनता बरत रहे हैं। जिलाधिकारी ने इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी के बालाजी को निर्देशित किया कि वे सेंट्रल बैंक आफ इंडिया व इलाहाबाद बैंक के प्रबंधक पर एफआइआर दर्ज कराएं।