सामान्य दिनों की तरह निबटा तहसील दिवस
बैरिया (बलिया): शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में शुमार तहसील दिवस का आयोजन मंगलवार क
बैरिया (बलिया): शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में शुमार तहसील दिवस का आयोजन मंगलवार को भी सिर्फ औपचारिकता ही रहा। डीएम सहित पूरा अमला जिला मुख्यालय से 40 किमी की दूरी नापते हुए बैरिया पहुंचा और कोरम पूरा कर लौट गया। आम दिनों की तरह एक और खास दिन व्यतीत हो गया।
मंगलवार को बैरिया में डीएम यशवंत राव की अध्यक्षता में तहसील दिवस आयोजित हुआ जिसमें कुल 118 मामले प्रस्तुत हुए पर निस्तारण सिर्फ 25 का ही हो पाया। बाकी संबंधित विभागों को दे दिए गए। पंट्टे की जमीन पर कब्जा के लिए लगातार तहसील दिवस पर फरियाद करने के बावजूद इब्राहिमाबाद नौबरार के कटान पीड़ितों को अभी तक पंट्टे की जमीन पर कब्जा नहीं मिलने की शिकायत की तो श्रीनगर (दलछपरा) के लोगों ने बंदर से हमले से लगातार घायल होने का मामला प्रमुखता से उठाया। बैरिया की यशोदा देवी ने राशन व किरासन न मिलने की ओर सदन का ध्यान आकृष्ट कराया। आयोजन में सार्वजनिक वितरण प्रणाली, राजस्व, बिजली व पुलिस से संबंधित मामले छाए रहे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह, सीडीओ के बालाजी, उपनिदेशक कृषि टीपी शाही, सीएमओ डा.पीके सिंह, डीएसओ रामेंद्र यादव, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी डीडी सिंह, प्रोबेशन अधिकारी एके पांडेय, बीएसए राकेश सिंह,जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव एसडीएम राधेश्याम पाठक व सीओ उदय प्रताप सिंह मौजूद उदय प्रताप सिंह मौजूद रहे।
राजस्व निरीक्षक के 11 हजार मांगने की शिकायत
तहसील दिवस पर शिवपुर निवासी कन्हैया माली ने जमीन पैमाइश के लिए राजस्व निरीक्षक द्वारा 11 हजार रुपये मांगने की शिकायत एक बार पुन: प्रस्तुत किया। जब तक डीएम आरके को आवाज देते वे उठकर बाहर चले गए और फिर नहीं आए। शिकायत कर्ता का आरोप था कि तीन साल पूर्व अपने जमीन की पैमाइश के लिए राजस्व निरीक्षक के पास वैधानिक शुल्क संग छ: हजार सुविधा शुल्क भी दिया पर वे और पांच हजार की मांग कर रहे है इसी वजह से पैमाइश लंबित है। डीएम ने एसडीएम को तत्काल मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश दिया।