दान देने से नहीं घटता है रक्त
बलिया : रक्त प्रकृति द्वारा प्रदत्त ऐसा अवयव है जिसे अनमोल ही कहा जा सकता है। इसके दान करने से यह घट
बलिया : रक्त प्रकृति द्वारा प्रदत्त ऐसा अवयव है जिसे अनमोल ही कहा जा सकता है। इसके दान करने से यह घटता नहीं बल्कि किसी जरूरतमंद का जीवन जरूर बचाया जा सकता है। यह बातें जिला अस्पताल के पीएमएस भवन में रक्तदान जागरुकता माह की पूर्व संध्या पर आयोजित संगोष्ठी में आइएमए के अध्यक्ष डा.पीके सिंह गहलौत ने कहीं। कहा कि बीमारी या दुर्घटना आदि की आपात स्थिति में अत्यधिक रक्तस्राव होने पर शरीर में खून की व्यापक कमी हो जाती है। इस समय किसी के द्वारा किया गया रक्तदान ही संबंधित इंसान की जान बचाने के काम आता है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.केपी गर्ग ने कहा कि समाज में रक्तदान के प्रति काफी भ्रांतियां हैं। इससे लोग खुलकर इस काम में आगे नहीं आ पा रहे हैं। इसको लेकर लोगों में कमजोरी होने के साथ ही अन्य भी कई तरह के भ्रम हैं जबकि मेडिकल साइंस की भाषा में इससे कई तरह के लाभ मिलते हैं। कहा कि ऐसे में जागरुकता माह के तहत अधिक से अधिक लोग रक्तदान करें इसके लिए समाजसेवी संगठन, जनप्रतिनिधियों व एनसीसी कैडेट्स आदि से भी अपील की जाएगी। ब्लड बैंक प्रभारी डा.अरविंद स्वर्णकार ने बताया कि उप्र राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के निर्देशानुसार ब्लड बैंक में एक अक्टूबर से रक्तादान शिविर का आयोजन किया गया है। संगोष्ठी में डा.नरेंद्र कुमार, डा.जीसी मौर्य, डा.एसपी सिंह, डा.मनोज कुमार, डा.जेएल गुप्त, डा.आरडी राम, डा.अनिल सिंह, डा.मिथिलेश सिंह, डा.विनोद कुमार, उमेश सिंह, सोनू, अनुपम ठाकुर, संतोष तिवारी आदि मौजूद थे।