मांगों के समर्थन में उतरे सड़क पर
बलिया : यूपी एजुकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफिसर्स एसोसिएशन के प्रांतीय निर्देश पर जिला इकाई के पदाधिकारियों ने शनिवार को पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरना दिया। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की जिलाध्यक्ष सत्या सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी अपने स्वार्थ में लिपिक वर्गीय कर्मियों के विरुद्ध मनमाने ढंग से तुगलकी फरमान जारी कर रहे हैं। वर्ष 2010 में जारी शासनादेश के तहत समस्त विभागों को अपने स्तर से शासन से अनुमति प्राप्त कर ग्रेड पे/पदनाम का अनुपालन कराए जाने के निर्देश थे लेकिन यह चार वर्षो से लटका पड़ा है। वेद प्रकाश पांडेय ने कहा कि शासन के वित्त विभाग से निर्गत शासनादेश 2010 का अनुपालन अविलंब सुनिश्चित कराया जाए। लिपिकों की सेवा शर्तो के साथ खिलवाड़ कर बेसिक शिक्षा परिषद के जनपद स्तरीय लिपिकों के स्थानांतरण में जारी किए जा रहे नियम विपरीत आदेश तत्काल वापस लिए जाएं। कहा कि शिक्षा विभाग के राजकीय लिपिकों को बेसिक व माध्यमिक में बांटने की साजिश की जा रही है जिसे कतई पूरा नहीं होने दिया जाएगा। जिलाध्यक्ष मैनुद्दीन खां ने कहा कि शासन द्वारा चार जून को स्थानांतरण नीति के लिए निर्गत आदेश के विपरीत अनावश्यक व तथ्यहीन निर्देश जारी किए जा रहे हैं जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा यदि अधिकारी तत्काल ऐसी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाते हैं तो लिपिक संवर्ग सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा। धरना में बृजेश सिंह, दिलीप श्रीवास्तव, प्रेमसुख श्रीवास्तव, मृगेंद्र सिंह, संजय कुंवर, कमल कुमार, खड़ग बहादुर, अक्षय कुमार, धीरेंद्र प्रताप सिंह, श्याम नारायण शुक्ल, पवन श्रीवास्तव, विकास यादव आदि शामिल थे। संचालन विजय शंकर वर्मा ने किया।