इब्राहिमाबाद नौबरार में कटान तेज, अफरा-तफरी का माहौल
बैरिया (बलिया) : इब्राहिमाबाद नौबरार ग्राम पंचायत के आधा दर्जन पुरवों में घाघरा के कटान के चलते अफरा-तफरी का माहौल है। सैकड़ों घर घाघरा में विलीन हो गए हैं, नदी का तेवर देखने से ऐसा लगता है कि शेष बचे घर भी एक-दो दिनों में घाघरा में समा जाएंगे।
यूपी सीमा के भीतर सात किमी और बिहार में आठ किमी कुल 15 किमी क्षेत्रफल में घाघरा का कटान तेजी पर है। सभी लोग घाघरा के तेवर के सामनेबेबस व लाचार दिख रहे हैं। कटान पीड़ितों में कटान को लेकर जबर्दस्त आक्रोश है और लोगों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश सरकार की लापरवाही के कारण कटान की यह भयावह स्थिति उत्पन्न हुई है। यहां के बाढ़ विभाग की लापरवाही के कारण 17 करोड़ रुपये की लागत से बिहार सरकार द्वारा अपने क्षेत्र में कराए गए कटानरोधी कार्य भी ध्वस्त हो चुका है और बिहार के गांव में भी कटान जारी है। बुधवार को बिहार के जल संसाधन विभाग के अवर अभियंता को बिहार के ग्रामीणों ने घंटों बंधक बनाए रखा किंतु बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस व कुछ गणमान्य लोगों के समझाने-बुझाने के बाद उन्हें मुक्त किया।
हाल यह है कि बिना पुलिस सुरक्षा के कोई भी अधिकारी या नेता इस कटान स्थल पर जाने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। इसी लिए बुधवार की सुबह से ही मय फोर्स पुलिस उपाधीक्षक बैरिया उदय प्रताप सिंह भी कटान स्थल पर कैंप किए हुए हैं। आक्रोश हो भी क्यों नहीं, लाखों रुपये मूल्य के लागत से बने भव्य अंट्टालिकाओं को लोग अपने हाथों से ढाहने को मजबूर हो गए हैं।
अब गांव का बचना संभव नहीं : संत ध्यान दास
गांव के बाहर कटान के मुहाने पर स्थापित मंदिर पर रहने वाले संत ध्यान दास जी चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे हैं कि लाख जतन कर लो अब यह गांव बचने वाला नहीं है। यह गांव, यह मंदिर और मैं सभी घाघरा की धारा के साथ नदी में समा जांएगे।