तंदूर बने मकान जनजीवन बेहाल
बलिया : उमस भरी गर्मी ने मानव को त्रस्त कर रखा है। बुधवार को पारा 41 डिग्री सेल्सियस को भी पीछे छोड़ गया। गर्मी इतनी कि चिलचिलाती धूप के बीच कंक्रीट के मकान दहकने लगे और लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। दोपहर में सड़कें सूनी हो गई और बाजारों में सन्नाटा पसर गया। दिन ढलने के बाद ही जन जीवन सामान्य हुआ।
सुबह आसमान में लाली दिखने के साथ ही मौसम संकेत देने लगा था कि भगवान भास्कर के तेवर आज सभी पर भारी पड़ेंगे। दिन चढ़ते ही धूप इतनी कड़ी हो गई कि बदन झुलस गया। इन सबके बीच अघोषित विद्युत कटौती ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी। बिजली न रहने से सारे यांत्रिक उपकरण शो पीस बन गए। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का दिन बाग-बगीचे में कटा वहीं शहरी लोग गर्मी से हलकान रहे। गर्मी की वजह से मवेशियों की भी परेशानी बढ़ गई है।
स्कूल के बच्चों को देख पसीज जा रहा कलेजा
सुबह आठ बजे के बाद ही धूप काफी कड़ी हो जा रही है। ऐसे में दोपहर स्कूल जाने वाले बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। स्कूल से वापस लौटते समय तो इनका चेहरा देख दिल पसीज जाता है। गर्मी के तेवर देख अभिभावक यह कहने को मजबूर हैं कि अभी ही ये हाल तो क्या होगा आगे..।
प्याऊ की कहीं व्यवस्था नहीं
भीषण गर्मी के बावजूद शहर में कहीं भी प्याऊ की व्यवस्था नहीं है। इस वजह से राहगीरों की परेशानी बढ़ गई है। प्यास लगने पर लोग चाय व मिष्ठान की दुकानों में पहुंच जा रहे हैं जहां उन्हें पानी के लिए दुकानदारों की शर्ते पूरी करनी पड़ रही हैं। शीतल पेय पदार्थो की डिमांड भी काफी बढ़ गई है। गर्मी से बचने को लोग आम का पना, सत्तू की लस्सी के अलावा खीरा, ककड़ी, तरबूज का भी जमकर सेवन कर रहे हैं।
तापमान में इस तरह हो रहा उतार-चढ़ाव
तारीख तापमान
(डिग्री सेल्सियस में)
16 अप्रैल 41.2
15 अप्रैल 39.4
14 अप्रैल 38.0
13 अप्रैल 40.0
12 अप्रैल 38.0
11 अप्रैल 37.0