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बर्बादी की बाढ़ में डूबे सैकड़ों गांव, महिला की डूबकर मौत

बहराइच : बैराजों से पानी छोड़े जाने से बर्बादी की बाढ़ का सितम कम नही हो रहा है। शुक्र

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 12:27 AM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 12:27 AM (IST)
बर्बादी की बाढ़ में डूबे सैकड़ों गांव, महिला की डूबकर मौत
बर्बादी की बाढ़ में डूबे सैकड़ों गांव, महिला की डूबकर मौत

बहराइच : बैराजों से पानी छोड़े जाने से बर्बादी की बाढ़ का सितम कम नही हो रहा है। शुक्रवार को 59808 क्यूसेक पानी फिर छोड़ा गया है। बाढ़ का भयंकर रूप जारी है। कई गांव टापू बने हैं। तबाही की बाढ़ ने प्रशासनिक इंतजाम की पोल खोल कर रख दी है। बौंडी थाना क्षेत्र के चुन्नीलालपुरवा में सीमा पत्नी राधेश्याम की घर के सामने भरे बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई। बाढ़ के पानी में डूबकर होने वाली मौतों की संख्या बारह तक पहुंच गई है। बाढ़ से चारों ओर तबाही का मंजर जारी है।

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महसी/बौंडी संवादसूत्र के अनुसार बाढ़ से चारों ओर तबाही का मंजर है। हालात बेकाबू हो गए हैं। तटवर्ती गांवों से लोग पलायन कर तटबंध पर शरण ले रहे हैं। विकराल हुई घाघरा से आई भीषण बाढ़ का पानी महसी के तकरीबन 100 से अधिक मजरों में लहरा रहा है। गोलागंज व बरुहा कोड़र में कटान जारी है। राजस्व प्रशासन राहत व बचाव कार्य में जुटा है। प्रलयंकारी बनी घाघरा की लहरें तटवर्ती ग्रामीणों पर कहर बनकर टूट रही हैं। बाढ़ व कटान से पीड़ित परिवार तिल-तिल कर जीने को विवश है। उफनाई घाघरा का विकराल रूप शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पचदेवरी माझादरियाबुर्द, चुरईपुरवा, पिपरी, पिपरा, कायमपुर, जर्मापुर, गोलागंज, नागेसरपुरवा, सिसैया, तारापुरवा, प्रधानपुरवा, छत्तरपुरवा, औराही, जुगुलपुरवा, नकाही, पूरे दिलदार¨सह, धनावा, डिहवा, नरोत्तमपुर, तकिया, जंगलपूरवा, गौरिया, पारा, रानीबाग, चकदहा, गलकारा, मुड़खलिया समेत तकरीबन 150 से अधिक मजरे अब भी बाढ़ के पानी से घिरे हैं। गौरिया, बांसगढ़ी, बकैना, केवलपुर, माझादरिया, कायमपुर, जर्मापुर समेत 20 से अधिक संपर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी भरा होने से आवागमन पूरी तरह से बाधित है। बाढ़ में फंसे लोगों को एनडीआरएफ की टीम बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। जरवलरोड संवादसूत्र के अनुसार तकरीबन 150 मजरे बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें गोड़हिया नंबर तीन, चार, जुमेरपुर, अहाता, खासेपुर, बहरामपुर, मतरेपुर, खुर्रमपुर, नासिरगंज, नंदवल, रेवली, नियामतपुर, धनावल, मंझारा तौंकली, सुंदरपुरवा, रेतीहाता, तपेसिपाह, दिकौलिया, अलीपुर दरौना आदि गांव शामिल हैं। नानपारा संवादसूत्र के अनुसार 27 ग्रामपंचायतों के 280 मजरे बाढ़ से प्रभावित हैं। मोतीपुर संवादसूत्र के अनुसार मिहीपुरवा तहसील के तकरीबन डेढ़ सौ मजरों में बाढ़ का पानी भरा है। तहसील प्रशासन द्वारा दौलतपुर, गायघाट, लालपुर, चांदाझार, मटेही कला, गोपिया बैराज बाढ़ चौकियों का बलहा विधायक अक्षयवर लाल गोंड ने निरीक्षण किया। कैसरगंज संवादसूत्र के अनुसार बाढ़ प्रभावित गांव में पारले चीनी मिल द्वारा प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री बांटा गया।

बाढ़ के पानी में दिखे कई मगरमच्छ, हड़कंप

महसी : घाघरा नदी से आई बाढ़ के पानी में बहकर आए कई मगरमच्छ ने आबादी की ओर रुख किया। गुरुवार की अपराह्न बौंडी के रतनपुर के निकट एक साथ तीन मगरमच्छ को देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। गांव के कल्लू, सगीर का कहना है कि मगरमच्छ आबादी तक आ जाते हैं। पानी से घिरे गांव के ग्रामीण अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर ¨चतित हैं। वन विभाग से मगरमच्छ को पकड़वाए जाने की मांग की है।

643 मरीजों की जांची गई सेहत

बौंडी : बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नंदवल में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों का चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा दवाएं वितरित की गई। फखरपुर सीएससी प्रभारी डॉ.प्रत्यूष ¨सह ने बताया कि 643 मरीजों की सेहत जांची गई। दवाएं भी वितरित की गई। इस दौरान डॉ. समीर व डॉ. अवधेश मौजूद रहे। फखरपुर सीएचसी के स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने एनडीआरएफ की नाव से बाढ़ प्रभावित गांव में लोगों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया और दवाएं बांटी। एनडीआरएफ के संजीव कुमार ने बताया कि कायमपुर, कोठार, राठौरनपुरवा, नागेसरपुरवा, जोगापुरवा में दवाओं का वितरण किया गया है।

41 बाढ़ चौकियां सक्रिय

बहराइच : एडीएम संतोष कुमार राय ने बताया कि शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 41 बाढ़ चौकियां सक्रिय रहीं। 333 नावें व नौ मोटरबोट संचालित किए जा रहे हैं। कटान व बाढ़ पीड़ित परिवारों को कैसरगंज में 6015 लंच पैकेट, 200 तिरपाल, चार ¨क्वटल लाई व एक ¨क्वटल चना वितरित किया गया। मिहीपुरवा तहसील में चार हजार लंच पैकेट, नौ ¨क्वटल लाई, छह ¨क्वटल चना, 875 तिरपाल, महसी तहसील में 8951 लंच पैकेट, नानपारा तहसील में 7556 लंच पैकेट, चार ¨क्वटल गुड़, 400 माचिस, 300 पैकेट मोमबत्ती, 600 तिरपाल, 1080 पैकेट बिस्कुट, 500 पाउच पानी, चार ¨क्वटल लाई, एक ¨क्वटल चना वितरित किया गया। एडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 14893 लोगों का उपचार किया गया। 4900 क्लोरीन, 7252 ओआरएस व 1753 क्लोरोक्वीन वितरित किया गया। पशुपालन विभाग द्वारा 16697 पशुओं के इलाज के साथ 127852 का टीकाकरण किया गया।

बहराइच

नेपाल की पहाड़ियों नदी नालो से आ रहे बरसाती पानी के कारण उफनाई घाघरा और सरयू के विकराल हो जाने से जिले की चार तहसीलो कैसर गंज , महसी,नानपारा और मिहीनपुरवा क्षेत्रों में आई भयानक बाढ़ से हुई तबाही का आकलन करने के लिये समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मण्डल विधायक सुरेश यादव बाराबंकी के नेतृत्व में आज बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र बौंडी के गोला गंज कायम पुर रमपुरवा किसान गंज आदि क्षेत्रो में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने और बन्धे पर अपना जीवन गुजार रहे त्रासदी पीड़ित परिवारों से मिलने के लिये पहुंचा ।

इनसेट

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सपाइयों ने किया भ्रमण

बहराइच : बाराबंकी के सपा विधायक सुरेश यादव के नेतृत्व में बहराइच जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण यादव, श्रावस्ती जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव, भिनगा की पूर्व विधायक इंद्राणी वर्मा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख जयंकर ¨सह, डॉ.राजेश तिवारी, पम्मू तिवारी, आनंद ¨सह सेंगर, अजितेश पांडेय, जफर उल्ला खां बंटी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया। इस दौरान सपा नेताओं ने बाढ़ की त्रासदी का सच देखा। महसी तहसील के किसानगंज व नानपारा के बेहड़ा व अन्य गांवों में जाकर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना।


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