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त्रासदी के जख्म से कराहती बाढ़ पीड़ित आबादी

By Edited By: Published: Thu, 28 Aug 2014 12:13 AM (IST)Updated: Thu, 28 Aug 2014 12:13 AM (IST)
त्रासदी के जख्म से कराहती बाढ़ पीड़ित आबादी

महसी(बहराइच): घाघरा के तटवर्ती गांवों के बाश्िादे बाढ़ व कटान की विभीषिका से त्रस्त हैं। घाघरा से उत्पन्न हुई त्रासदी के जख्म से लोग कराह रहे हैं। नेपाली पानी से आए सैलाब ने आम जनमानस को झकझोर कर रख दिया। पानी में डूबी फसलें नष्ट हो गई। बची खुची गन्ने की फसल घाघरा की जद में है। फसलों के नुकसान से आजीविका पर संकट गहरा गया है।

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बाढ़ के पानी ने तहसील क्षेत्र के 44 गांवों के 160 मजरों में जमकर तबाही मचाई। कई दिनों तक फसलें पानी में डूबी रहीं। सबसे अधिक नुकसान मक्का व धान की फसलों को हुआ। जलस्तर घटने के बाद नदी की लहरों ने कटान शुरू कर दी। बची खुची गन्ने की फसल लहरों की जद में हैं। किसानों के लिए कैश क्राप मानी जाने वाली गन्ने की फसल का भी सहारा नहीं हैं। हरिप्रसाद, खडंक, दुलारे, मदन, सुमिरन, महराज नरायन सहित दर्जनों ग्रामीणों की फसलें समा रही हैं। बुधवार को कटान की गति धीमी रही बावजूद इसके मुहाने पर बसे लोगों में कटान का भय बरकरार है। ग्रामीण अपनी ग्रहस्थी को समेट रहे है। पक्के घरों पर हथौड़े बरसाकर ईटों को सुरक्षित करने में जुटे हैं। कायमपुर निवासी किशोरीलाल अपने पक्के घर को उजाड़ चुके हैं। सिर छिपाने के लिए एक कमरा उजाड़ना शेष है। गांव निवासी करीब दो दर्जन से अधिक ग्रामीण अपने आशियानों को उजाड़ चुके हैं। उजड़ चुके कच्चे मकान खंडहर में तब्दील हो गए हैं। नायब तहसीलदार हरिश्चन्द्र ने बताया कि कटान प्रभावित गांवों पर नजर रखी जा रही है। पीड़ित परिवारों को अनुग्रह सहायता राशि की चेक वितरित की जा रही है। पीड़ितों को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी।

इनसेट : चित्र परिचय - बाढ़ राहत केंद्र शिवपुर का निरीक्षण करते एडीएम बाढ़ राहत एसपी आनंद 028 में है।

इनसेट : बाढ़ राहत चौकी पर नहीं मिले अधिकारी

नानपारा : जिला प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद व राहत के लिए बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं। इन पर जिला स्तरीय अधिकारी लगाए गए हैं। एडीएम बाढ़ राहत प्रभारी के निरीक्षण में चौकी पर तैनात अधिकारी व चिकित्सक अनुपस्थित मिले। जिस पर उन्होंने संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई के लिए संस्तुति रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी है। एडीएम बाढ़ राहत एसपी आनंद ने बताया कि बुधवार को बाढ़ राहत केंद्र पतरहिया का निरीक्षण किया गया। यहां तैनात चौकी प्रभारी/पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी यादुवेंद सिंह अनुपस्थित मिले। पतरहिया में चिकित्सकों की टीम भी मौजूद नहीं थी। मात्र बैनर लगा था। पांच सफाई कर्मी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद मिली। बाढ़ पीड़ितों को बांटने के लिए बलहा ब्लॉक से भेजा गया 86 क्विंटल चावल, आठ क्विंटल दाल, नमक आदि गोदाम में बंद होने की सूचना मिली। एडीएम ने बताया कि जबकि इस खाद्य सामग्री को बीते 24 अगस्त को ही पीड़ितों में वितरण के लिए उपलब्ध करा दिया गया था। इसी क्रम में एडीएम राहत ने बाढ़ चौकी शिवपुर का निरीक्षण किया। जहां चौकी प्रभारी, बीडीओ व एएनएम राशन व दवाएं वितरित करती मिलीं। ग्राम चौकसाहार के ग्रामीणों ने बताया कि पालीथिन खत्म होने के कारण नहीं मिल पाई है। जिस पर एडीएम ने संबंधित को इसकी व्यवस्था के निर्देश दिए। एडीएम श्री आनंद बाढ़ चौकी इमामगंज पहुंचे। यहां चौकी प्रभारी केपी सिंह खाद्यान्न का वितरण करवाते पाए गए। एएनएम शांति मिश्र दवा वितरित करती मिली। पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि लेखपाल सूची देकर बिना बताए लापता हैं। जिससे पीड़ितों को राहत देने के लिए पर्ची नहीं मिल पा रही है। एडीएम ने कहा कि बाढ़ राहत में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बाढ़ से बही पुलिया, आवागमन बाधित

शिवपुर : गैल की पुलिया टूटने से बेहड़ा से बेलामकन मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है। किसी भी वाहन का आना-जाना पूर्णतया रुक गया है। ग्राम बेहड़ा के सुधीर कुमार मिश्र ने बताया कि सांवलपुरवा, माझा दरिया बुर्द, बेलामकन आदि के स्कूली बच्चों को लेकर जाने वाला वाहन इस पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के कारण नहीं जा पा रहा है। जिससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ रहा है। इसी मार्ग पर पप्पू मौर्य के घर के सामने की पुलिया तथा सांवलपुरवा निवासी पांचू चौधरी के घर के करीब स्थित पुलिया भी क्षतिग्रस्त है। गाड़ी न निकल पाने के चलते पढ़ने वाले नौनिहाल किसी तरह पैदल आते हैं जो कभी भी गंभीर खतरे का सबब बन सकती है।

इनसेट : बाढ़ व कटान पीड़ितों को बांटी राहत सामग्री

महसी/शिवपुर : बुधवार को संजीवनी अस्पताल के डायरेक्टर डा. विमलेश श्रीवास्तव ने अपने सहयागियों के साथ बाढ़ व कटान प्रभावित गांव कायमपुर पहुंचकर पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को दवाइयां, बिस्किट व अन्य सामग्री का वितरण किया। इस मौके पर बहराइच विकास मंच के अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी, अधिवक्ता शैलेन्द्र राव, कैलाश यादव, बदलू सहित अन्य लोग मौजूद रहे। उधर बहराइच शहर के ब्राह्माणीपुरा मुहल्ले से आए युवकों तथा व्यापारियों ने बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत सामग्री व जीवनरक्षक दवाओं का वितरण किया। इसमें त्रिपुरारी मणि त्रिपाठी, मानस मणि त्रिपाठी, लल्लू सोनी, गोवर्धन अवस्थी, रोहित त्रिपाठी व ढकेलू आदि शामिल रहे। बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.अमरकांत सिंह के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी एवं शिक्षकों ने बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। शिवपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बाबा बिहारी दास कुट्टी, पूमावि बेहड़ा, नकहुआ, सोहबतिया, बहोरिकापुर, बसंतापुर, बेलामकन, माझा तथा मिहिंदपुरवा, गोपिया आदि बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया। खंड शिक्षा अधिकारी मिहींपुरवा सोभानाथ यादव, योगेश त्रिपाठी, हसीब, अजय वर्मा, अरुण शुक्ला आदि ने सहयोग किया।

पशुओं के चारे की किल्लत

शिवपुर : बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुपालकों के समक्ष पशुओं के चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। विकास खंड शिवपुर तटबंध के पश्चिम की 26 ग्रामपंचायतें पूर्णतया जलमग्न हो गई थी। यहां पर पशुओं के चारे की भारी किल्लत है। शिवपुर के समयदीन, सतीश, रमेश, लालजी, छोटेलाल, समई, मुन्नालाल आदि ने बताया कि उन लोगों के खाने की तो व्यवस्था संस्थाएं करा रही हैं, लेकिन पशुओं के चारे का प्रबंध न तो प्रशासन कर रहा है और न ही स्वयंसेवी संगठन के लोग। बाढ़ के बाद पशुओं में बीमारी फैल रही है। पशु चिकित्साधिकारी शिवपुर डॉ.एसबी यादव ने बताया कि गलाघोंटू के टीके लगाए जा रहे हैं। बाढ़ के बाद डायरिया का खतरा बढ़ गया है।

खत्म हुए रिकार्ड

शिवपुर : पंचायत भवन बौंडी में बाढ़ के दौरान पानी भर जाने से बौंडी, सैय्यदनगर, एकघरा, तिगड़ा, बल्दूपुरवा, रामपुर, अरनवा, रायगंज, पिपरिया तथा नेवादा पूरे कस्बाती सहित 10 ग्रामपंचायतों के सारे रिकार्ड खत्म हो गए हैं। ग्राम विकास अधिकारी हनुमंत सिंह ने इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दी। डीपीआरओ ने मौके का निरीक्षण भी किया है।

मृतकों की संख्या 29 हुई

बहराइच : जिले में आई भीषण बाढ़ में मृतकों की संख्या 29 हो गई है। इस आशय के मद्देनजर प्रशासन ने सूचना जारी की। इससे पूर्व मृतकों की संख्या 26 बताई जा रही थी।


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