गेहूं का भंडारण बना चुनौती
बहराइच : जिले में रबी विपणन वर्ष 2017- 18 में गेहूं की रिकार्ड सरकारी खरीद के बाद अब क्रय केंद्रों द
बहराइच : जिले में रबी विपणन वर्ष 2017- 18 में गेहूं की रिकार्ड सरकारी खरीद के बाद अब क्रय केंद्रों द्वारा खरीदे गए गेहूं का सुरक्षित भंडारण करने की चुनौती सामने है। बारिश का मौसम आने के करीब है ऐसे में खरीदे गए गेहूं को सुरक्षित भंडारित न किया गया तो इसके खराब हो सकता है।
पहली नवंबर से जिले में किसानों से 117 क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद शुरू की गई थी। 15 जून की निर्धारित समय सीमा तक इस बार संशोधित लक्ष्य 89 हजार 100 मीट्रिक टन के सापेक्ष कुल 91 हजार 982 मीट्रिक गेहूं की खरीद की गई। विभागीय आंकड़ों के अनुसार खाद्य विभाग ने 10 हजार 593.35 मीट्रिक टन, पीसीएफ ने 71709.77 मीट्रिक टन, यूपी एग्रो ने 880.50 मीट्रिक टन, एनससीसीएफ ने 3322.30 मीट्रिक टन व भारतीय खाद्य निगम ने 5476.30 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की है। वहीं विभागीय अधिकारी व कर्मचारी अब खरीदे गए गेहूं को सुरक्षित भंडारण करने के उपाय में जुटे हुए हैं। जिले में मौजूद गोदामों के फुल हो जाने से बड़ी मात्रा में गेहूं क्रय केंद्रों पर डंप है। मानसून के आने की संभावना विभागीय अधिकारियों के लिए सिरदर्द बनी है।
82,822 मीट्रिक टन गेहूं भंडारित
जिले में गेहूं भंडारण के लिए तीन गोदामों की उपलब्धता है। इनमें पीईजी गोदाम बसंतपुर की क्षमता 80 हजार मीट्रिक टन, सीडब्लयूसी बहराइच गोदाम की क्षमता 10 हजार मीट्रिक टन व एसडब्ल्यूसी गोदाम कैसरगंज की क्षमता आठ हजार 200 मीट्रिक टन की है। तीनों गोदामों की कुल क्षमता 98 हजार 200 मीट्रिक टन के करीब है। वहीं अब तक 82 हजार 822.95 मीट्रिक टन गेहूं भंडारित किया जा चुका है।
जल्द होगा भंडारण
जिला खाद्य विपणन अधिकारी कमलेश कुमार पांडेय ने बताया कि गेहूं की खरीद लक्ष्य से अधिक रही है। इस वजह से भंडारण में समस्याएं आ रही हैं। पीडीएस के लिए अनाज उठान से जैसे जैसे जगह खाली होगा खरीदे गए गेहूं को भंडारित करा दिया जाएगा। वर्तमान में 1599 मीट्रिक टन की जगह खाली हो चुकी है। जुलाई महीने के लिए भी उठान चालू होने वाली है ऐसे में समय से भंडारण की समस्या हल कर ली जाएगी।