मनमोहक रही भगवान वामन की आकर्षक झांकियां
बहराइच : नगर के मुहल्ला बक्शीपुरा में आयोजित श्रीमछ्वागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक महामंडलेश्वर रवि
बहराइच : नगर के मुहल्ला बक्शीपुरा में आयोजित श्रीमछ्वागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक महामंडलेश्वर रवि गिरी महाराज ने भगवान वामन के जन्म की कथा सुनाई।
महामंडलेश्वर ने कहा कि देवताओं के कार्यों को सिद्ध करने के लिए भगवान नारायण ने भगवान वामन के रूप में अवतार लिया। भगवान वामन ने राजा बलि से तीन पद भूमि दान में मांगी और पूरी धरती आकाश व पाताल को अपने दो कदमों में ही नाप लिया। कथा के दौरान भगवान वामन की आकर्षक झांकी प्रदर्शित की गई। कथा की यजमान अर्चना पांडेय रहीं। इस मौके पर दीपक पांडेय, दीपशिखा पांडेय, सावित्री देवी, सतीश त्रिपाठी, मीना त्रिपाठी व रामकुमारी शर्मा समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। गजाधरपुर संवादूसत्र के अनुसार फखरपुर क्षेत्र में सिसवारा गांव में चल रही श्रीमछ्वागवत कथा में सातवें दिन कथावाचक संतोष शुक्ल ने कहा कि सच्चे दिल से भगवान की भक्ति करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने रुकमणी विवाह का वर्णन किया। कहा कि रूक्मदेव की राजकुमारी रुक्मणी का विवाह शीशपाल नामक युवक से तय हो गया था, लेकिन रुक्मणी भगवान श्रीकृष्ण को चाह रही थी। रुकमणी के आमंत्रण पर पहुंचे भगवान श्रीकृष्ण ने शिशुपाल व रुकुम के 10 हजार सैनिकों को परास्त कर रुक्मणी से विवाह किया। इस मौके पर सच्चिदानंद शुक्ला, ब्रह्मानंद शुक्ला, श्रद्धानंद, दयानंद शुक्ला, आनंद प्रकाश शुक्ला, अमरीश कुमार, सुभाष समेत अन्य श्रोता मौजूद रहे।