बैठक कर कार्यवृत्ति पर दस्तखत कराना भूल जाते अधिकारी
बहराइच : शासन की योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठकें आम है। अम
बहराइच : शासन की योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठकें आम है। अमूमन कलेक्ट्रेट सभागार और विकास भवन में योजनाओं की समीक्षा कर डीएम की ओर से जारी निर्देशों और बैठकों में लिए गए निर्णय की कार्यवृत्ति संबंधित विभाग की ओर से तैयार की जाती है। कार्यवृत्ति ही आगे योजना के क्रियान्वन का आइना होती है। बैठक के बाद संबंधित विभाग के अधिकारी पर कार्यवृत्ति तैयार कर डीएम से हस्ताक्षर कराने का जिम्मा होता है लेकिन अधिकारी ऐसा करते नही। डीएम को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्यवृत्ति पर बैठक के चौबीस घंटे के भीतर हस्ताक्षर करवाने के निर्देश दिए है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक कार्यवृत्ति पर हस्ताक्षर करने में लेटलतीफी कमोबेश हर महकमे के अफसरों की कार्यशैली में शामिल हो गया है। बैठक खत्म होने के एक एक माह बाद तक डीएम से हस्ताक्षर नहीं कराया जाता है। इसके पीछे अहम कारण बैठकों में डीएम के निर्देशों पर कार्रवाई न कर निर्णय को लटकाना रहता है। डीएम अजयदीप ¨सह ने बताया कि कार्यवृत्ति पर हस्ताक्षर न कराना जानबूझ कर की गई लापरवाही है। जिला स्तरीय अधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है। अब जो भी अफसर कार्यवृत्ति पर हस्ताक्षर करवाने में देरी करेगें उनके विरूद्ध कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखूंगा। पिछली कुछ बैठकों की समीक्षा के बाद कई महकमों में ऐसी लापरवाही पता चली थी।