घाघरा के कटान प्रभावित परिवारों का तैयार होगा खाका
बहराइच : बाढ़ से निपटने के लिए तहसील प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। क्षेत्रीय लेखपालों के साथ ए
बहराइच : बाढ़ से निपटने के लिए तहसील प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। क्षेत्रीय लेखपालों के साथ एसडीएम ने बैठक कर घाघरा की कटान से प्रभावित परिवारों की सूची तैयार करने को कहा है। नावों के सत्यापन के साथ तटवर्ती गांवों के परिवारों का भी खाका तैयार किया जाएगा। घाघरा के किनारे बने आशियाने, नदी से दूरी, परिवार के मुखिया व उनके सदस्यों के साथ कुल संख्या का सर्वे कर लेखपाल एसडीएम को उपलब्ध कराएंगे।
राजस्व आंकड़ों के मुताबिक तहसील क्षेत्र के 55 किलोमीटर लंबे बेलहा-बेहरौली तटबंध व घाघरा नदी के बीच बसे 62 गांवों के 298 मजरे बाढ़ से प्रभावित होते हैं। एक दर्जन से अधिक गांव कटान की जद में है। जब घाघरा उफनाती है तो बाढ़ व कटान से प्रभावित परिवारों को बसाना प्रशासन के लिए चुनौती बन जाता है। हजारों की आबादी बाढ़ व कटान से प्रभावित हो जाती है। तैयारियों के पहले चरण में नावों के सत्यापन के साथ ऐसे परिवारों का खाका तैयार होगा जो कटान की जद में हैं। एसडीएम महेंद्र ¨सह तंवर ने क्षेत्रीय लेखपालों को कटान की जद में आने वाले परिवारों का सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। सत्यापन के दौरान जो नावें जर्जर अवस्था में होंगी उनकी बाढ़ से पहले मरम्मत कराने कहा गया है। निजी नावों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। निजी नाव के मालिक का नाम, मोबाइल नंबर व नाव की क्षमता को भी सूचीबद्ध करने को कहा गया है। एसडीएम ने बताया कि तटवर्ती बा¨शदों को सूचीबद्ध करने का मुख्य उद्देश्य कि कटान के समय विस्थापितों को आसानी से बसाया जा सके।