प्रसूता को लगाया गलत इंजेक्शन, नवजात की मौत
बहराइच : महिलाओं की सुरक्षा और सेहत के लिए सरकार आदेश पर आदेश दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी स्वास्थ
बहराइच : महिलाओं की सुरक्षा और सेहत के लिए सरकार आदेश पर आदेश दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद भी स्वास्थ्य महकमा है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। प्रसूताओं के साथ पीएचसी और सीएचसी पर किस तरह व्यवहार किया जाता है, इसका नमूना देखने के लिए आपको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विशेश्वरगंज आना होगा। प्रसव के लिए एंबुलेंस से पीएचसी गई प्रसूता से स्टाफ नर्स ने अभद्रता ही नहीं की, बल्कि इलाज के लिए एक हजार रुपये भी ले लिए। इसके बावजूद भी गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे प्रसूता के हाथ में सूजन आ गई। बच्चा जन्मा तो मुंह में गंदा पानी चले जाने से उसकी मौत हो गई। डीएम समेत स्वास्थ्य महकमे के उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की गई है।
थाना विशेश्वरगंज क्षेत्र के उधरना सरहदी के शक्तिकांत मिश्र पुत्र रामनुज मिश्र ने डीएम से शिकायत की है। उन्होंने बताया गया कि अपनी पुत्रवधू प्रियंका मिश्रा को 13 अप्रैल की रात एंबुलेंस से पीएचसी विशेश्वरगंज ले जाया गया। यहां कार्यरत आया मिली तो स्टाफ नर्स को आवास पर बुलाने गई। स्टाफ नर्स आया को यह कहकर वापस कर दिया कि चलो मैं आ रही हूं। तकरीबन 30 मिनट तक स्टाफ नर्स नहीं आई और उनकी पुत्रवधू कराहती रही। शक्तिकांत ने बताया कि स्टाफ नर्स को आया के साथ वह बुलाने के लिए आवास पर गए तो नाराज होकर स्टाफ नर्स आई और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। उपचार नहीं किया। 1000 रुपये लेकर स्टाफ नर्स ने मरीज को इंट्रावीनस इंजेक्शन के स्थान पर मैस्क्युलर इंजेक्शन लगा दिया, जिससे प्रसूता के हाथ में सूजन आ गई। भोर में 3.28 बजे बच्चा पैदा हुआ, लेकिन स्टाफ नर्स की लापरवाही से गंदा पानी उसके मुंह में चला गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। पीड़ित ने मामले की जांच व कार्रवाई की मांग की है। स्टाफ नर्स रोली का कहना है कि पीएचसी से स्वस्थ हालत में जच्चा-बच्चा डिस्चार्ज किया गया था। पैसे लेने का कोई सवाल ही नहीं। इलाज में लापरवाही भी नहीं होती है।
सीएचसी अधीक्षक डॉ.पंकज मौर्या ने बताया कि शिकायत मिली है। इसकी जांच महिला डॉ. रहमतुलनिशा से कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारी को लिखा जाएगा। सीएमओ डॉ.अरुण लाल कहते हैं कि शिकायत आएगी तो जांच कराकर कार्रवाई करूंगा।